झोपड़ी में अचानक भीषण आग लगने से माता-पिता सहित 3 बच्चों की जिंदा जलकर हुई मौत
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। जहां एक झोपड़ी में आग लगने से माता-पिता सहित 3 बच्चों की जिंदा जलकर मौत हो गई। रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती की यह घटना है। जब आग लगी तो परिवार के लोग झोपड़ी में ही सो रहे थे। इसलिए वह बाहर नहीं निकल पाए। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक परिवार के 5 लोग और पूरी गृहस्थी जलकर राख हो चुकी थी। थाना प्रभारी, सीओ और एसपी देर रात मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मिली जानकारी के मुताबिक, हत्या या हादसे की जांच में जुटी पुलिस और फोरेंसिक एसपी कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि रूरा थाना क्षेत्र के हारामऊ गांव में बंजारों की बड़ी बस्ती है। शनिवार देर रात आग लगने से झोपड़ी में रहने वाले दंपत्ति सतीश (30-वर्ष) और काजल (26-वर्ष) के साथ ही 3 बच्चे सनी (6-वर्ष), संदीप (वर्ष-5), गुड़िया (वर्ष-3) की झोपड़ी के अंदर ही जलकर मौत हो गई। चीख-पुकार सुन बस्ती के लोग दौड़े और बाल्टी से पानी डालकर आग पर काबू करने का प्रयास किया।
लेकिन, तब तक दंपत्ति और उनके 3 बच्चों की जलकर मौत हो गई। जबकि आग बुझाने के चलते मृतक सतीश की मां गंभीर रूप से झुलस गई। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। थाना प्रभारी के साथ ही सीओ और एसपी मौके पर पहुंचे। बता दें कि गंभीर रूप से झुलसी महिला को जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। आग झोपड़ी में कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स और गांव के लोग फोरेंसिक, डॉग स्क्वायड और पुलिस जांच में जुटी हुई है। आग लगने के बाद एसपी के साथ ही फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और पुलिस अफसर मौके पर जांच करने पहुंचे। फोरेंसिक टीम ने मौके से कई अहम साक्ष्य जुटाए। जांच में अगर कुछ भी संदिग्ध मिला तो आरोपियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। बस्ती में मौजूद लोगों से पूछताछ और बयान भी दर्ज किए गए हैं, जिससे अग्निकांड की सच्चाई सामने आ सके।