लखनऊ एयरपोर्ट पर थाई महिलाओं से पकड़ा गया 4 करोड़ का गांजा, 45 दिन में 24 करोड़ का गांजा किया गया सीज
लखनऊ और कानपुर मादक पदार्थों का गढ़ बनते जा रहे हैं। बुधवार को कस्टम अधिकारियों ने चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट लखनऊ में चार करोड़ रुपये का गांजा पकड़ा। इस हाइड्रोपोनिक वीड ( उच्च क्वालिटी का गांजा) को दो थाई महिलाएं तस्करी से ला रही थीं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। डेढ़ महीने पहले 20 करोड़ का हाइड्रोपोनिक वीड पकड़ा गया था। इसे भी थाईलैंड से तस्करी के रास्ते लाया गया था।
12 मई को तीन दिन पहले ही जिम्मेदारी संभालने वाले कस्टम उपायुक्त नन्देश्वर सिंह के नेतृत्व में अधीक्षक ज्योति सिंह और निरीक्षक शिवम् बाजपेई, आकाश दीक्षित, अंदीप यादव, अर्पित बाजपेयी, लोकेश, विवेक और अभिषेक की टीम ने जांच के दौरान बैंकाक से लखनऊ आ रही दो महिला थाई यात्रियों को रोका। एक्सरे में उनके ट्राली बैग में संदिग्ध पैकेट दिखे। तलाशी लेने पर खाद्य पदार्थों के बीच 4-4 पैकेट मिले, जिनमें हरे रंग का मादक पदार्थ भरा था। जांच में इसके गांजा/हाइड्रोपोनिक वीड/ मारिजुआना होने की पुष्टि हुई। लगभग 4.041 किलो गांजा की अनुमानित कीमत 4.041 करोड़ रुपये है।
इस गांजे की डिमांड सबसे ज्यादा…
सूत्रों के मुताबिक गांजा की तस्करी करने वाली ये महिलाएं कैरियर हैं। थाईलैंड का ये गांजा या हाईड्रोफोनिक वीड ताजा और ज्यादा नशीला होता है। इसीलिए इसकी भारी मांग है। थाईलैंड में इसकी कीमत लगभग 25-30 लाख रुपये किलो है, जो भारत में एक करोड़ रुपये किलो बिकता है। सोने की तस्करी से ज्यादा कमाई गांजा की तस्करी में है। रेव पार्टियों में इस गांजा का जमकर इस्तेमाल हो रहा है। लखनऊ और कानपुर के बार,पब,क्लब और कालेजों के आसपास एक ग्राम वीड 2500 रुपये बेचा जा रहा है। महज 45 दिन में 24 करोड़ का गांजा केवल लखनऊ एयरपोर्ट पर सीज होना इसके बढ़ते इस्तेमाल का संकेत है।