मिर्जापुर से तबादले के बाद आईएएस दिव्या मित्तल की भावुक पोस्ट,अपनी आत्मा का एक टुकड़ा यहीं छोड़कर जाऊंगी
मिर्ज़ापुर। तेज तर्रार महिला आईएएस अधिकारी दिव्या मित्तल की इन दिनों जोरों पर चर्चा हैं। मिर्जापुर की जिलाधिकारी रहीं दिव्या मित्तल का शुक्रवार रात तबादला हो गया। दिव्या मित्तल को बस्ती का जिलाधिकारी बनाया गया है। तबादले के बाद दिव्या मित्तल ने सोशल मीडिया पर अपनी भावनाओं को साझा किया है। दिव्या मित्तल ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि मेरा स्थानांतरण बस्ती हो गया है।
आप सभी ने इतना प्यार मुझे दिया है कि मेरी आंखें नम और हृदय अभीभूत है। मिर्जापुर को मैं कभी नहीं भूल पाऊंगी। अपनी आत्मा का एक टुकड़ा यहीं पर छोड़ कर जाऊंगी। माता से प्रार्थना है कि आप लोग निरंतर प्रगति करते रहें और मिर्जापुर का नाम बहुत ऊंचा होकर पूरी दुनिया में चमके। मैं आप लोगों के साथ संपर्क में रहना चाहूंगी। इसलिए अपना संपर्क सूत्र आपके पास छोड़े जा रही हूं। दिव्या मित्तल ने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि आज घर से सामान बांधते हुए हाथ और मन दोनों बहुत भारी है।
सरकारी नौकरी में आना-जाना तो चलता ही रहता है परंतु मिर्जापुर ने जितना प्रेम मुझे दिया है उसको मैं जीवन पर्यंत नहीं भूल पाऊंगी। माता का मंदिर, गंगा जी का सानिध्य मुझे दुनिया में और कहां मिलेंगे। साक्षात शक्ति का निवास है जनपद में, ऐसा मेरा मानना है। आप सभी का मैं हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त करती हूं। मेरा नंबर बहुत अधिक कॉल एवं मैसेज आने की वजह से नेटवर्क जाम है। आप सभी से निवेदन है कि कृपया मैसेज भेज दें और मैं सभी को जवाब देने का पूरा प्रयत्न करूंगी।
बता दें कि 2013 बैच की आईएएस अधिकारी दिव्या मित्तल का मिर्ज़ापुर से तबादला होने के बाद सोशल मीडिया पर विरोध भी हो रहा है।कई यूजर्स ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तबादला निरस्त करने की अपील की है।सितंबर 2022 में दिव्या मित्तल को मिर्जापुर का डीएम बनाया गया था। दिव्या मित्तल की कार्यप्रणाली से तमाम लोग कायल हो गए।आम लोगों के साथ खड़ी दिखाई देती थीं। विंध्य धाम के निर्माण को लेकर काफी सक्रिय थीं।
किसानों का पानी दूसरे जिलों में छोड़े जाने को लेकर बैठक में अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई थी। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद दिव्या मित्तल की खुशी मनाने के अंदाज का वीडियो वायरल हुआ था। दिव्या मित्तल के तबादले की खबर से जिले के लोग मायूस हैं। दिव्या मित्तल अपने कार्यों को लेकर खासी चर्चित रही हैं। कड़क अंदाज के साथ बच्चों के प्रति बेहद मासूम व्यवहार रखने वाली दिव्या मित्तल मिर्जापुर से पहले संत कबीर नगर की डीएम थीं। मिर्जापुर के सुदूर पहाड़ी गांव में पानी पहुंचा कर चर्चा में आईं दिव्या मित्तल ने जिले में अपने काम के बल पर अपनी पहचान बनाई।
बताते चलें कि आईएएस अधिकारी बनने के लिए यूपीएससी परीक्षा पास करने का फैसला करने से पहले दिव्या मित्तल लंदन में अच्छी खासी सैलरी पर नौकरी करती थीं, लेकिन उन्होंने लंदन में अपनी नौकरी छोड़कर आईएएस अधिकारी बनने का निर्णय किया। मसूरी में प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिव्या मित्तल को अशोक बंबावाले पुरस्कार मिला था।आईएएस अधिकारी दिव्या मित्तल ने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और फिर उन्होंने आईआईएम बैंगलोर से एमबीए भी किया है।
दिव्या मित्तल के पति गगनदीप सिंह भी एक आईएएस अधिकारी हैं। दिव्या मित्तल एक आईएएस अधिकारी होने के साथ-साथ छात्रों को यूपीएससी परीक्षा पास करने के लिए प्रेरित भी करती रहती हैं और उन्हें एग्जाम में पास होने के लिए टिप्स भी देती रहती हैं।