मंडलायुक्त के पैरों पर गिरीं भाजपा महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष बोलीं-इंसाफ दिलाएं
सीतापुर। मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब का काफिला जब मंगलवार दोपहर सीतापुर कलेक्ट्रेट सभागार पहुंचा तो गाड़ी से उतरते ही एक महिला उनके पैरों पर गिर पड़ी। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने सहारा देकर उठाया तो पीड़िता ममता डोडेजा फफक पड़ीं। पीड़िता ने बताया कि वह भाजपा महिला मोर्चा की नगर अध्यक्ष हैं। बीते 70 वर्षों से उसका परिवार लोहारबाग में राजा भार्गव से किराये पर दुकान लेकर चला रहा है। उसकी दुकान को विक्की ने तोड़ डाला। संपूर्ण समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अवसाद ग्रस्त होकर जहर खा लिया और अब जिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। इस पर मंडलायुक्त ने महिला को सभागार में बुलाकर पूरी बात सुनी और एसडीएम सदर व ईओ नगरपालिका को निस्तारण के निर्देश दिए। इसी तरह, सकरन थाना क्षेत्र के जमलापुर गांव निवासी जलील अहमद ने बताया कि विपक्षी पप्पू और शिवशंकर कुछ लोगों को लेकर घर पर आ धमके और प्रवेश द्वार पर लगे सीसीटीवी कैमरे हटाने के लिए दबाव बनाया। विरोध करने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे हैं।
खैराबाद के बिरैंचा निवासी दिव्यांग हरीलाल व्हीलचेयर पर चलकर मंडलायुक्त के पास पहुंचे। बताया कि दो साल पहले आवास में नाम आया था लेकिन अब तक आवास नहीं मिला। एक अन्य दिव्यांग परसेंडी ब्लाॅक के तैमारा वजीरपुर गांव के अनूप कुमार ने राशन कार्ड न बनने की शिकायत की। बताया कि जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय में भी सुनवाई नहीं हो रही है। खैराबाद निवासी बिंदु मौर्या ने बताया कि डीडीआरसी में दिव्यांगों की जांच नहीं हो रही है। इस पर मंडलायुक्त ने एएसपी, सीएमओ, डीएसओ और डीडीओ को तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए। वहीं, सभागार के बाहर बड़ी संख्या में फरियादी उमड़े। फरियादियों की शिकायत के लिए तहसीलवार काउंटर लगाकर शिकायती पत्र लिए गए। इस दौरान अपर आयुक्त लखनऊ मंडल शीलधर यादव, डीएम अनुज सिंह, सीडीओ अक्षत वर्मा, एडीएम रामभरत तिवारी, एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र द्विवेदी व अन्य मौजूद रहे।
महोली, मिश्रिख व नगरपालिका सीतापुर की सर्वाधिक शिकायतें…
मंडलायुक्त के सामने महोली व मिश्रिख तहसील के साथ साथ नगरपालिका सीतापुर की सर्वाधिक शिकायतें आईं। इसमें सर्वाधिक मामले राजस्व व नगरपालिका सीतापुर की लचर कार्यप्रणाली के रहे। इस दौरान नगरपालिका सीतापुर के ईओ वैभव त्रिपाठी पर पक्षपात के आरोप लगे। वहीं, क्षेत्र में साफ सफाई दुरुस्त न रखने और बंदरों के आतंक पर लगाम न लगा पाने की शिकायत हुई। मंडलायुक्त के समक्ष ईओ वैभव त्रिपाठी नदारद रहे। मंडलायुक्त ने ईओ के प्रतिनिधि को फटकारा। वहीं, एसडीएम सदर ज्ञानेंद्र द्विवेदी की कार्यप्रणाली को सराहा गया।
पांच साल में नहीं बन पाई 150 मीटर नाली…
मुंशीगंज निवासी पूजा राठौर ने बताया कि बीते पांच सालों से लगातार प्रार्थना पत्र दे रहे हैं। अभी तक मुंशीगंज के जनकपुरी में 150 मीटर नाली नहीं बन पाई। रास्ता कीचड़युक्त हो गया है। मंडलायुक्त ने नगरपालिका सीतापुर को तत्काल नाली निर्माण कराने के निर्देश दिए। वहीं, लापरवाही पर फटकार लगाई।