पीएसी इंस्पेक्टर की हत्या में साला और पत्नी गिरफ्तार,तमंचा व पिस्टल से चलाई थी ताबड़तोड़ 5 गोलियां
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कृष्णानगर थाना क्षेत्र के मानसनगर में दीपावली की रात लगभग सवा दो बजे घर के बाहर पीएसी के इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की ताबड़तोड़ गोलियां मार कर हत्या कर दी गई थी। घटना के दौरान उनकी पत्नी कार में थी। वह 65 सेकेंड बाद घर से निकली थी। पुलिस को पत्नी पर शक था जो जांच के बाद यकीन में बदल गया। इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके साले और पत्नी भावना सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल तमंचा और नहर में फेंकी गई पिस्टल की बरामदगी कर ली है। पुलिस जांच में पता चला कि साले ने तमंचे और पिस्टल दोनों से ताबड़तोड़ पांच गोलियां दागी थी।
पुलिस जांच में पता चला है कि हत्या से दो दिन पहले ही इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की पत्नी भावना सिंह ने बैंक खाते से तीन लाख से ज्यादा रुपये निकाले थे।साले ने घटना के दिन ही एक नई साइकिल खरीदी थी और साइकिल से हत्या करने पहुंचा था। इसके बाद पारा नहर पुल के नीचे पहुंचा और वहां पर कपड़े बदले। पुलिस को गुमराह करने के लिए गलियों में घूमता हुआ चारबाग पहुंचा और स्टैंड पर साइकिल लगाई। चारबाग से चौक पहुंचा और एक व्यक्ति से स्कूटी ली। स्कूटी से बालू अड्डे पर पहुंचा। यहां से ई-रिक्शा लेकर पकड़कर फरार हो गया।
पुलिस को सीसी फुटेज में ई-रिक्शा चालक मिला। उसके बाद उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। ई-रिक्शा चालक को संदिग्ध साले की फुटेज दिखाई तो उसने पहचान की। सतीश कुमार सिंह प्रयागराज की चतुर्थ पीएसी बटालियन में तैनात थे।जांच में जुटी पुलिस टीम को पता चला कि 70 हजार रुपये में इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह के साले ने पिस्टल खरीदी थी। पिस्टल के साथ ही वह एक तमंचा भी लेकर हत्या करने गया था।कोई असलहा दिक्कत करे तो वह दूसरे का वह प्रयोग कर सके। हत्या के बाद उसने तालाब में पिस्टल फेंक दी थी।
थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि कई संदिग्धों और रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। हत्याकांड से जुड़े कई अहम सुराग पुलिस को मिले हैं। जल्द ही घटना का राजफाश किया जाएगा।