सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद शूटरों ने स्कूटी सवार को भी मारी थी गोली, जानिए उसकी कहानी
राजस्थान। 5 दिसंबर को राजधानी जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश भर में बंद का ऐलान किया गया और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। गोगामेड़ी की हत्या के बाद मचे बवाल ने तो खूब सुर्खियां बटोरी लेकिन इस घटना के बाद भागते समय शूटरों ने जिस स्कूटी सवार को गोली मारी थी। उसकी खोज-खबर लेने का कोई नहीं है। आइए जानते हैं उस स्कूटी सवार की कहानी, जो गोगामेड़ी की हत्या के बाद बिना किसी गलती के जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। घटना के दिन बदमाशों ने जिन दो व्यक्तियों को भागते समय गोली मारी उनमें से एक व्यक्ति बूंदी जिले का निवासी है। बूंदी के छोटे से कस्बे देई के निवासी हेमराज खटीक की हालत गंभीर है और उसका इलाज चल रहा है। हेमराज देई कस्बे से काम के सिलसिले में परिवार के साथ जयपुर में पिछले 10 साल से मानसरोवर में रह रहा है। परिजनों ने बताया कि जयपुर में रोजाना की तरह हेमराज खटीक पक्षियों को दाना डालने जाता था। उस दिन मंगलवार दोपहर को हेमराज की स्कूटी पर दाने के कट्टे रखे हुए थे और पक्षियों को दाना डलकर वापस आ रहा था। इसी दौरान अचानक हथियारों से लैस बदमाशों ने हेमराज से स्कूटी छीनने का प्रयास किया।
हेमराज को गोली मार उसकी स्कूटी छीन भागे थे बदमाश…
बदमाश गोगामेड़ी और नवीन की हत्या करने के बाद भाग रहे थे और स्कूटी छीन रहे थे। ऐसे में हेमराज ने उनसे मुकाबला किया और किसी भी सूरत में स्कूटी नहीं दी। इस पर बदमाशों ने हेमराज की गर्दन पर बंदूक तान दी। बदमाशों ने हेमराज पर फायर कर दिया. एक गोली हेमराज की गर्दन और गाल को चीरती हुई आरपार हो गई। दूसरी गोली उसकी जांघ में लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद बदमाश स्कूटी लेकर फरार हो गए। हेमराज को गंभीर अवस्था में जयपुर एसएमएस के ट्रोमा वार्ड में भर्ती कराया गया।
हेमराज की 3 बेटियां, पत्नी सब्जी बेचकर चलाती है परिवार…
हेमराज के भतीजे राकेश खटीक ने बताया कि बदमाशों की फायरिंग में घायल हेमराज उर्फ बाबूलाल पुत्र गोपीलाल खटीक हेमराज के माता-पिता बुजुर्ग है और वे देई में रहते हैं। हेमराज की तीन बेटियां हैं, जो प्राइवेट स्कूल जयपुर में पढ़ाई करती है। हेमराज की पत्नी सब्जी बेचने का काम करती है और हेमराज पक्षियों का दाना चुग्गा बेचने का कार्य करता है। हेमराज की जानलेवा हालत के बाद अब परिवार पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है। बुजुर्ग माता-पिता को केवल यह बताया है कि दुर्घटना में बेटा घायल हो गया है। हेमराज के परिजन सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।