प्रतापगढ़ के कट्टर सियासी दुश्मन पूर्व मंत्री मोती सिंह की फोटो सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और पट्टी विधायक राम सिंह पटेल के साथ सोशल मीडिया में हो रही वायरल
लखनऊ। लोकसभा चुनाव-2024 की दुंदुभी अभी बजी भी नहीं कि सियासत रोज करवट बदलने लगी। राजनीति में कुछ भी हो जाए तो उसे अतिश्योक्ति नहीं समझना चाहिए। क्योंकि राजनीति उस गंदे नाले की तरह है जो आगे जाकर किसी न किसी नदी में मिलकर स्वयं को पवित्र करते हुए धन्य हो जाती है। चुनाव चाहे विधानसभा का हो अथवा लोकसभा का, राजनीतिक दलों में टिकट के दावेदारों को जब टिकट नहीं मिलता तो वह परीक्षा में नकलची छात्रों की तरह अगल-बगल ताक-झांक करने लगते हैं और अपनी उम्मीदवारी के लिए अपने अंदाज में जुगत लगाने में पीछे नहीं रहते।
जनपद प्रतापगढ़ के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह पट्टी विधानसभा से कई बार विधायक रहे और दो बार प्रदेश की सरकार में मंत्री भी रहे। विधानसभा चुनाव-2022 में सपा उम्मीदवार राम सिंह पटेल से बुरी तरह परास्त होने के बाद पूर्व मंत्री मोती सिंह के घर में लगातार तीन जनहानि हुई जिससे वह प्रभावित हुए, फिर भी एक राजनीतिक ब्यक्ति होने की वजह से वह चुपचाप एक जगह स्थिर होकर बैठ नहीं सके। लोकसभा चुनाव-2024 में प्रतापगढ़ सांसद पद के लिए उन्होंने आवेदन किया, परन्तु सीटिंग सांसद संगम लाल गुप्ता के आगे सारे उम्मीदवार धराशायी हो गए। संगम लाल गुप्ता को शीर्ष नेतृत्व इस बार पहली सूची में उनकी उम्मीदवारी पर अपनी मुहर लगा दी।
भाजपा की लोकसभा चुनाव- 2024 की पहली लिस्ट में वर्तमान सांसद संगम लाल गुप्ता की उम्मीदवारी पक्की हो जाने के बाद अन्य उम्मीदवारों को मानों साँप सूंघ गया हो। इसी बीच प्रतापगढ़ के कट्टर सियासी दुश्मन पूर्व मंत्री मोती सिंह की एक फोटो पट्टी विधायक राम सिंह पटेल के साथ सोशल मीडिया में वायरल होने लगी। वायरल हो रही फोटो में सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और पूर्व मंत्री मोती सिंह के बीच पट्टी विधायक राम सिंह पटेल सोफे पर बैठे नजर आ रहे हैं। सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और पूर्व मंत्री मोती सिंह एक दूसरे से मुखातिब हो रहे हैं। ये फोटोज किसी शादी समारोह की लग रही है। दूसरी फोटो में पूर्व मंत्री मोती सिंह और पट्टी विधायक राम सिंह पटेल के साथ-साथ बाहुबली पूर्व सांसद धंनजय सिंह बैठे हुए नजर आ रहे हैं।
सांसद संगम लाल गुप्ता के बीजेपी प्रत्याशी होने के बाद वायरल हो रही निजी समारोह की चर्चित फोटो में अखिलेश यादव के साथ-साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री मोती सिंह और उनको हराने वाले विधायक राम सिंह पटेल के अतिरिक्त प्रतापगढ़ के और स्थानीय नेता की मौजूदगी नजर आ रही है। बाहुबली पूर्व सांसद धंनजय सिंह के खास सदर मोड़ निवासी विकास सिंह भी पीछे खड़े हैं। फिलहाल आयोजन राजधानी लखनऊ का बताया जा रहा है। निजी समारोह में प्रतापगढ़ के दो कट्टर सियासी दुश्मन के साथ-साथ बैठने से सियासी चर्चा न हो ऐसा संभव नहीं। सपा विधायक राम सिंह पटेल ने पूर्व मंत्री मोती सिंह को पट्टी से बुरी तरह परास्त किया था। राजनीति में दोनो एक दूसरे के कट्टर दुश्मन माने जाते हैं। सार्वजनिक मंचों से एक दूसरे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते रहते हैं।
प्रतापगढ़ से सांसद संगम लाल गुप्ता के दोबारा प्रत्याशी घोषित होने के बाद समारोह की वायरल हुई फोटो तो गर्म हुई सियासत। पूर्व मंत्री मोती सिंह की फोटो सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और पट्टी विधायक राम सिंह पटेल के साथ सोशल मीडिया में वायरल फोटो पर प्रतापगढ़ में चर्चाए शुरू हो गई है। पूर्व मंत्री मोती सिंह इससे पहले भी सपा में जाने के लिए वर्ष-2016 में मन बनाया था। राजा भईया के सहारे उनके काफिले में अमेठी से लेकर प्रतापगढ़ तक उनकी कोठी नजरें बचाकर पूर्व मंत्री मोती सिंह पहुँचे थे, उस समय भी लग रहा था कि मोती सिंह का भाजपा से मोह भंग हो चुका है, वह सपा में चले जायेंगे। पर बात नहीं बनी और वह भाजपा में बने रहे। विधानसभा चुनाव-2017 में एकबार मोती सिंह भाजपा के टिकट पर पट्टी के विधायक बने और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। विधानसभा-2022 के चुनाव में शिकस्त खाने के बाद मोती सिंह की इच्छा थी कि उन्हें भाजपा का शीर्ष नेतृत्व प्रतापगढ़ का सांसद पद हेतु प्रत्याशी बना दे, परन्तु ऐसा नहीं हो सका। इसलिए वायरल फोटो का निहितार्थ लगाया जा रहा है।