प्रतापगढ़ विधायक के प्रतिनिधि और गुर्गों पर लोक PWD में तैनात JE छविराज ने लगाया रंगदारी और मारपीट का आरोप
प्रतापगढ़। विधायक प्रतिनिधि की दबंगई, लोक निर्माण विभाग के जेई को पीटा। ऐसा जेई ने आरोप लगाया है। जेई की तहरीर पर कोतवाली नगर में 2 नामजद व 8 अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईदर्ज हुई है। सूत्रों की माने तो हित सुरक्षित करने को लेकर हुआ विवाद। देखना होगा कि इस सम्बन्ध में विधायक प्रतिनिधि और विधायक के गुर्गों के खिलाफ कार्यवाही या होगा समझौता। पुलिस का दावा आराजक तत्वों पर होगी कार्यवाही। विधायक राजेंद्र मौर्या के प्रतिनिधि का मामला है। यूपी के प्रतापगढ़ में रंगदारी न देने पर विधायक के गुर्गों पर लोक निर्माण विभाग में तैनात जेई छविराज ने मारपीट का आरोप लगाया। जेई की तहरीर पर विधायक प्रतिनधि अरुण कुमार मौर्या और शक्ति सिंह समेत 10 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है। वहीं विधायक राजेंद्र मौर्या अपने प्रतिनिधि अरुण मौर्या के बचाव में उतर आये हैं। विधायक का आरोप है कि घटिया निर्माण का विरोध करने पर जेई ने जानबूझ कर मुकदमा दर्ज कराया। वहीं विधायक प्रतिनिधि का आरोप है कि जेई छविराज यादव भ्रष्टाचार के आकंठ डूबा हुआ है। वह सपा शासनकाल की तरह निर्माण कार्य में मानक और गुणवत्ता को दरकिनार करके कार्य कराना चाहता है। साथ ही वह समाजवादी पार्टी के कार्यकर्त्ता की तरह कार्य करता है।
लोकनिर्माण विभाग में तैनात अवर अभियंता छबिराज यादव ने एसपी को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि वह बेनीपुर संपर्क मार्ग के निर्माण कार्य की प्रगति जांच करने पहुंचा था, जहां सदर विधायक के प्रतिनिधि अरुण मौर्य, शक्ति सिंह अपने आठ अन्य साथियों के साथ पहुंचे और रंगदारी मांगी। रंगदारी न देने पर जानलेवा हमला किया और उसे जमकर मारा पीटा। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने विधायक के प्रतिनधि अरुण मौर्या, शक्ति सिंह के अलावा 8 अज्ञात पर धारा- 147, 353, 332, 506, 504 और 387 के तहत केस दर्ज कर छानबीन में जुट गई है। वहीं विधायक राजेंद्र मौर्या ने मीडिया से बात करते हुए मामले में कहा कि जेई द्वारा घटिया सड़क का निर्माण कराया जा रहा था, जिसकी ग्रामीणों ने शिकायत किया, ग्रामीणों की शिकायत पर मैं अपने प्रतिनिधि को मौके पर भेजा। प्रतिनिधि अरुण मौर्या ने जेई पर निर्माण कार्य मानक अनुरूप होने का दबाव जेई पर बनाया, जिससे खार खाए जेई ने मारपीट और रंगदारी मंगाने का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। विधायक ने दावा किया कि उन्होंने डीएम एसपी से मामले में निष्पक्ष तरीके से जांच की मांग किया है।
उधर अवर अभियंता के साथ हुए जानलेवा हमले से विभागीय कर्मचारियो में फैला आक्रोश। कार्यवाही न होने पर कर्मचारियो ने आंदोलन की दी धमकी। अवर अभियंता छविराज यादव के साथ कल चिलविला के पास कथित हमला उस समय हुआ था जब वह बेनीपुर सम्पर्क मार्ग की जांच करने गए थे। एसपी सतपाल अंतिल ने कहा कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नही है। कोतवाली नगर में मुकदमा लिखा गया है। विवेचना होगी जो सही पाया जायेगा उसी अनुरूप कार्यवाही होगी। सूत्रों पर भरोसा करें तो इस मामले में सत्ताधारी दल के दो बड़े नेता जेई की तरफ से पैरोकारी करने जिलाधिकारी प्रतापगढ़ और एसपी प्रतापगढ़ से मिले और नेता द्वय की पैरबी के बाद विधायक राजेंद्र मौर्या के प्रतिनिधि अरुण मौर्या और उनके मित्र शक्ति सिंह सहित 10 लोगों पर मुकदमा लिखा गया। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व दावा करता है कि उनकी पार्टी के नेता सचरित्रवान और अनुशासन वाले हैं, परन्तु प्रतापगढ़ में एक नेता दूसरे नेता को नीचा दिखाने में मस्त रहते हैं। राजेंद्र मौर्या के टिकट मिलने से लेकर विधायक बनने के बाद तक उनके खास ही उनका सबसे अधिक विरोध कर रहे हैं। उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। इस घटना में भी वही पर्दे के पीछे से बैटिंग कर रहे हैं।