प्रेमी के साथ पत्नी को आपत्तिजनक स्थिति में देखा तो पति को पत्नी और प्रेमी ने बिजली का करेंट छुआकर उतारा मौत के घाट
प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में सनसनीखेज मामले का खुलासा हुआ है। यहां एक महिला अपने प्रेमी के साथ घर में हमबिस्तर थी। इस दौरान पति आ पहुंचा तो उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति बिजली का करंट लगाकर मौत की खौफनाक सजा दे डाली। पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है। जिसने भी यह सुना दंग रह गया। घटना 9 /10 मार्च 2024 के रात की है। प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने बताया कि 9/10 मार्च 2024 की रात थाना क्षेत्र नवाबगंज के ग्राम दयालपुर में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। इस सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना नवाबगंज में मु.अ.सं. 29/2024 धारा- 302 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था।
पुलिस ने किया शिवकुमार हत्याकांड का खुलासा, पत्नी और प्रेमी को भेजा जेल
अभियोग से संबंधित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु टीमे गठित कर संबंधित को कड़े निर्देश दिये गये थे। 15 मार्च, 2024 को थाना नवाबगंज के थानाध्यक्ष धीरेन्द्र ठाकुर मय हमराह महिला आरक्षी लवली और महिला आरक्षी ज्योति द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियोग उपरोक्त से संबंधित वांछित अभियुक्त कुलदीप पुत्र ब्रजलाल सरोज निवासी ग्राम उमरिया, थाना संग्रामगढ़, जनपद प्रतापगढ और स्मृति उर्फ समिरती पत्नी शिवकुमार निवासी ग्राम दयालपुर, थाना नवाबगंज, जनपद प्रतापगढ़ को गिरफ्तार कर लिया। अब प्रेमी और प्रेमिका जेल में रहकर अपने किये पर प्रायश्चित करते हैं अथवा जेल से रिहा होने के बाद दोनों एक दूसरे को जीवन साथी मानकर शेष जीवन जीते हैं या एक दूसरे से जुदा हो जाते हैं।
पूछताछ में स्मृति ने बताया कि हम पति-पत्नी दोनो लोग एक शादी में गये हुए थे। वहां से मेरा पति मेरे साथ वापस नहीं आया और कहा कि हम सुबह आयेंगे। मैं चली आयीं और रास्ते में मैंने अपने प्रेमी कुलदीप को फोन किया कि मेरे घर आ जाओ। वह मेरे घर पर आ गया। हम दोनों घर पर थे, थोड़ी देर बाद मेरा पति भी घर पर आ गया और हम दोनो लोगों को उसने देख लिया। फिर मैनें तथा मेरे प्रेमी ने मिलकर बिजली के केबिल से उसको करंट लगा दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गयी। जिस पति के साथ सात फेरे लेकर सात जन्मों तक पत्नी के रूप में रहने की वचन देने वाली स्मृति ने उसी पति को अपनी हबस मिटने के लिए प्रेमी के साथ मिलकर मार डाला। समाज में पति और पत्नी के रिश्ते को दागदार बना दिया और हमेशा स्मृति ने लोगों की स्मृति में ऐसी छाप छोड़ी कि वह आजीवन मिट नहीं सकता।