खुद करें तो राशि लीला, दूसरा करे तो करेक्टर ढीला की कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं, प्रतापगढ़ के सपा व कांग्रेस के नेता
- कथित इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार डॉ एसपी सिंह पटेल से प्रतापगढ़ की जनता का सवाल कि जब खुली जीप में सपा प्रत्याशी टेरर फंडिंग के आरोपी के साथ जब क्षेत्र में प्रचार कर रहे थे और उसे अपने दाहिने बैठाए थे, तो ये हल्ला उस वक्त क्यों नहीं हुआ ? एक ही तरह के मामले को अलग-अलग नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए। क्योंकि ये पब्लिक है ये सब जानती है…
प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव-2024 की अधिसूचना जारी होने से पहले भाजपा ने अपने प्रतापगढ़ के सीटिंग सांसद संगम लाल गुप्ता पर भरोसा जताते हुए उन्हें पुनः उम्मीदवार बनाया है। वहीं प्रमुख विपक्षी दल सपा और कांग्रेस एवं अन्य सहयोगी दलों को मिलाकर बना कथित इंडिया गठबंधन से सपा कोटे में गई प्रतापगढ़ संसदीय सीट से सपा ने पूर्व एमएलसी डॉ एसपी सिंह पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रतापगढ़ संसदीय सीट से पूर्व एमएलसी डॉ एसपी सिंह पटेल की उम्मीदवारी उसी समय तय मानी जाने लगी थी, जब जीआईसी कालेज प्रतापगढ़ में अखिलेश यादव की जनसभा हुई थी। क्योंकि सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के प्रतापगढ़ दौरे और आयोजन के सभी खर्च पूर्व एमएलसी डॉ एसपी सिंह पटेल ही उठाये थे।
प्रतापगढ़ संसदीय सीट से पूर्व एमएलसी डॉ एसपी सिंह पटेल की उम्मीदवारी तय होते ही क्षेत्र में जनसम्पर्क के दौरान सबसे पहले पृथ्वीगंज टाउन एरिया के चेयरपर्सन नीलम सरोज के प्रतिनिधि व पद में देवर संजय सरोज को खुली जीप में अपने बैनर में अपनी फोटो के साथ उसकी फोटो लगाकर उसे अपने दाहिने बैठाकर क्षेत्र में घूमकर अपना जलवा बिखेरने में सबसे आगे थे। उस समय डॉ एसपी सिंह पटेल और सपाई नेता व कांग्रेस के नेता यह बात भूल गए थे कि उक्त संजय सरोज लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से जुड़े होने का आरोपी है और उसे टेरर फंडिंग के आरोप में वर्ष-2018 में 10 लोगों के साथ एटीस के अधिकारी जेल भेज चुके हैं।
नगर पंचायत पृथ्वीगंज में एक आयोजन के दौरान चेयरपर्सन नीलम सरोज और उनके साथ उपस्थित सैकड़ों समर्थकों को भारतीय जनता पार्टी का एक पटका सबके गले में डालकर उन्हें एक तरह से सम्मानित करने का कार्य भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता द्वारा किया गया और जैसे ही इसकी खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट हुई तो पूरे प्रतापगढ़ में भूचाल आ गया और दूसरे दिन तो प्रदेश और देश स्तर पर यह खबर ट्रोल होने लगी। कांग्रेस और सपा पार्टी के अधिकृत सोशल एकाउंट से भी यह खबर पोस्ट हुई कि भाजपा के मंच पर दिखा लश्कर-ए-तैयबा के लिए टेरर फंडिंग करने का आरोपी, बीजेपी सांसद ने किया सम्मानित।
पर ये मुद्दा उस समय नहीं उठाया गया, जब सपा उम्मीदवार डॉ एसपी सिंह पटेल अपनी खुली जीप में टेरर फंडिंग के आरोपी संजय सरोज को अपने दाहिने बैठकर क्षेत्र में घूम रहे थे। इस तरह महज 24 घंटे में ही सपा प्रत्याशी पूर्व एमएलसी डॉ एसपी सिंह पटेल की बदनाम करने की साजिश बेनकाब हो गई। टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज के साथ बीजेपी प्रत्याशी प्रतापगढ़ सांसद संगम लाल गुप्ता को बदनाम कर रहे थे। अब सपा प्रत्याशी डॉ एसपी सिंह पटेल के साथ टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज की फोटो और वीडियो वायरल हो रही है। सपा प्रत्याशी डॉ एसपी सिंह पटेल टेरर फंडिंग के आरोपी के साथ खुली जीप से क्षेत्र में अपना प्रचार करते नजर आ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार कई महीने तक टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज, सपा प्रत्याशी डॉ एसपी सिंह पटेल के साथ जनसंपर्क कर रहा था। यही नहीं रानीगंज विधानसभा के सपा विधायक डॉ आर के वर्मा के साथ जनता दरबार में उपस्थित होकर जनता की जनसमस्याओं को सुनते हुए भी टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज की फोटो वायरल हो रही है। पृथ्वीगंज टाउन एरिया की चेयरपर्सन नीलम सरोज ने अपने सैकड़ों समर्थकों संग बीजेपी में निष्ठा जताई तो बीजेपी प्रत्याशी संगम लाल गुप्ता ने सभी का स्वागत पार्टी का पटका गले में पहनाकर किया।
चेयरपर्सन नीलम सरोज के देवर संजय सरोज का भी पार्टी का गमछा पहनाकर संगम लाल ने सभी के साथ स्वागत किया तो हल्ला मच गया। परन्तु हल्ला मचाने वाले भूल गए कि यह डिजिटल जमाना है। कुछ ही घंटे में दांव उल्टा पड़ गया और हल्ला मचाने वाले बेनकाब हो गये। यक्ष प्रश्न है कि अब तक टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज, सपा प्रत्याशी डॉ एसपी सिंह पटेल के साथ क्षेत्र में उनके लिए वोट मांग रहा था तो उसकी छवि बेदाग थी और जैसे ही संजय सरोज के गले में भाजपा उम्मीदवार संगम लाल गुप्ता पार्टी का पटका उसके गले में डाला, वैसे ही वह आतंकी हो गया।
सपा नेताओं और विधायक रानीगंज के साथ टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज जब जन समस्यायें सुनता रहा तो क्या यह मान लिया जाए कि उस समय संजय सरोज दूध का धुला था ? प्रतापगढ़ संसदीय क्षेत्र से एक बार पुनः विकास के मुद्दे गायब हो चुके हैं और प्रतापगढ़ में आरोप-प्रत्यारोप की सियासत शुरू हो चुकी है। देखने होगा कि अब कथित इंडिया गठबंधन उम्मीदवार डॉ एसपी पटेल के साथ टेरर फंडिंग का आरोपी संजय सरोज की वायरल हो रही फोटोज और वीडियों को अब उनकी पार्टी अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लगाकर वायरल करती है या उसे और मामलों की तरह दबा देने में अपनी भलाई समझती है।