विरादरीवाद के भरोसे लोकसभा की वैतरणी पार करने का मंसूबा बनाने वाले सपा प्रत्याशी एसपी सिंह पटेल को अब याद आ रहा है, ब्राह्मण समाज
प्रतापगढ़। लोकसभा चुनाव-2024 जैसे-जैसे निकट आ रहा है, वैसे-वैसे उम्मीदवार भी अपना रंग दिखाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य की बात करें तो ब्राह्मण मत सभी पार्टी को उम्मीदवारों को चाहिए और यदि मौका मिले तो सबसे पहले ब्राह्मण समाज को ही गाली देने का कार्य ये राजनीतिक दलों के उम्मीदवार करते हैं। समाजवादी पार्टी में ब्राह्मण समाज वैसे ही अल्पसंख्यक है। समाजवादी पार्टी के मुखिया को 90 फीसदी जिले में पार्टी अध्यक्ष की कमान अपनी विरादरी यादव यानि अहीर के हाथों में होनी चाहिए। ब्राह्मण समाज आज की राजनीति में आलू की तरह हो चुका है। जैसे सब्जियों में आलू की उपयोगिता है, ठीक उसी तरह राजनीति में ब्राह्मण समाज की हो चुकी है।
वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में ब्राह्मण समाज के लोग सब्जी में उपयोग हेतु हो गए हैं, आलू के समान
फिलहाल समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष आशुतोष पांडेय के नेतृत्व में रविवार को दर्जन भर ब्राह्मणों ने सपा के लोकसभा प्रत्याशी एसपी सिंह पटेल के कार्यालय पर उनकी मौजूदगी में सपा का दामन थामा है। इस मौके पर लोकसभा प्रत्याशी एसपी सिंह पटेल ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी में ब्राह्मण समाज के लोग आकर पार्टी की लड़ाई को और मज़बूत बना दिया है। इस मौके पर सपा जिला उपाध्यक्ष आशुतोष पाण्डेय ने भाजपा पर ब्राह्मणों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि अब ब्राह्मण समाज समझ चुका है कि उसका हित कौन सी पार्टी है। श्री पाण्डेय ने सभी से अपील किया कि सपा के कार्यकाल के कार्यों को जनता के बीच जाकर बताने कार्य करें और सपा प्रत्याशी को जिता लोकसभा में भेजने का कार्य करें।
आशुतोष पाण्डेय को नहीं मिला पार्टी के प्रति निष्ठावान होने का ईनाम
जिला उपाध्यक्ष आशुतोष पांडेय जुझारू और पार्टी के प्रति वफादार कार्यकर्ताओं में से एक हैं। जहां रहते हैं, पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ रहते हैं। छात्र राजनीति से अपना सारा जीवन राजनीतिक दलों में बिता दिया, परन्तु कोई दल ऐसा नहीं रहा जो उनके द्वारा किये गए त्याग को समझे और उन्हें भी किसी उम्मीदवारी के लिए योग्य समझे। नगरपालिका बेल्हा, प्रतापगढ़ के अध्यक्ष पद का टिकट सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव से माँगा तो वह टिकट भी संतोष यादव को दे दिया, जिसे प्रतापगढ़ की जनता ने कभी देखा ही नहीं था। एक तरह से ऐसे उम्मीदवार पैरासूट उम्मीदवार कहे जाते हैं। फिर आशुतोष पाण्डेय ने दिन रात एक करके संतोष यादव की कम्पेन किया और चुनाव हारने के बाद संतोष यादव उड़न-छू हो गए। क्योंकि सपा उस समय टिकट बेंच दिया गया था।
सपा उम्मीदवार चुनाव परिणाम के बाद हो जाते हैं, उड़न-छू
लोकसभा चुनाव में भी सपा उम्मीदवार डॉ एस पी सिंह पटेल को लेकर जिला उपाध्यक्ष आशुतोष पाण्डेय कम्पेन में जुटे हैं और ब्राह्मण समाज को सपा से जोड़ने का प्रयास भी कर रहे हैं। अब देखना होगा कि आशुतोष पाण्डेय के कहने पर ब्राह्मण समाज के लोग कितनी संख्या में समाजवादी पार्टी में जुड़कर अल्पसंख्यक को बहुसंख्यक में बदलते हैं अथवा सपा में ब्राह्मण समाज अल्पसंख्यक ही रह जाता है। ब्राह्मण समाज के लोग मुखर होते हैं और मुंह पर ही सच बात कह देने के लिए जाने जाते हैं। जिला उपाध्यक्ष आशुतोष पाण्डेय से ब्राह्मण समाज के लोगों ने कहा कि जिस पार्टी के लिए आप दिन रात लगे हो, वह पार्टी आपको जिलाध्यक्ष क्यों नहीं बना देती ? क्योंकि वर्तमान में जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव जेल में बंद है और कार्यवाहक जिलाध्यक्ष छविनाथ के भाई गुलशन यादव फरारी काट रहे हैं।
प्रतापगढ़ में ब्राह्मण समाज को सपा जोड़ना चाहती है, परन्तु जिले की कमान यादव के हाथों में ही दिए रहना चाहती है
समाजवादी पार्टी यदि वास्तव में प्रतापगढ़ में ब्राह्मण समाज को जोड़ना चाहती है तो आशुतोष पाण्डेय जैसे कर्मठ कार्यकर्ता को उसकी कमान देनी होगी और संदेश देना होगा कि सपा में भी ब्राह्मण समाज के लोगों की पूंछ है। तब ब्राह्मण समाज के लोग समाजवादी पार्टी से जुड़ेगे। फिलहाल आशुतोष पाण्डेय की मेहनत से कुछ ब्राह्मण समाज के लोग सपा में जुड़ेगे और सपा उम्मीदवार को वोट भी करेंगे। पर वह वोट आशुतोष पाण्डेय के निजी ब्यवहार की वजह से होगा, न कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के नाम पर होगा। क्योंकि उन्हें पता है कि नगरपलिका के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार रहे संतोष यादव की तरह लोकसभा उमीदवार डॉ एस पी सिंह पटेल भी चुनाव परिणाम बाद खोजने पर भी नहीं मिलेंगे।
चुनाव में निजी लाभ के लिए लोग राजनीतिक दलों से जुड़ते हैं, उनका उस पार्टी में नहीं रहता स्थायित्व
प्रत्येक चुनाव में जोड़तोड़ की राजनीति की जाती है। चालाक किस्म के लोग प्रत्येक चुनाव में अपने आस्था मौका देखकर बदल लेते हैं। जो लोग आशुतोष पाण्डेय के कहने पर सपा में शामिल हुए, उनकी आस्था सपा के प्रति कितने दिनों तक बनी रहती है, ये देखने वाली बात होगी। मौके पर सपा में शामिल होने प्रमुख रुप से पंडित मानिक चन्द्र मिश्र, पंडित विनोद कुमार दूबे, पंडित पंकज मिश्र, पंडित सूर्य मणि तिवारी, तरुण कुमार, पंडित अंकित तिवारी, पंडित प्रवीण तिवारी, पंडित शिवांशु तिवारी, पंडित धर्मेंद्र तिवारी, पंडित मनीष दूबे, राम शंकर, राम सिंह सहित आदि रहे। इस मौके पर जिला उपाध्यक्ष जावेद खान,जिला सचिव सफात अहमद, संजय सिंह पटेल, बीएल पटेल ,अहमद अली व मीडिया प्रभारी वकार अहमद सहित अन्य सपा के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।