कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने प्रतापगढ़ सहित बदले पांच जिलाध्यक्ष, प्रतापगढ़ में युवा नेता डॉ नीरज त्रिपाठी को दी जिलाध्यक्ष पद की कमान
प्रतापगढ़। ऐन चुनाव के वक्त कांग्रेस ने प्रतापगढ़ सहित पाँच जिलों के अध्यक्ष को बदल दिया है। लोकसभा चुनाव-2024 के चुनाव के कुछ दिन पहले प्रतापगढ़ के जिलाध्यक्ष डॉ लालजी त्रिपाठी को हटाकर युवा नेता डॉ नीरज त्रिपाठी जिसे कांग्रेस ने दो बार प्रतापगढ़ विधानसभा सीट पर भरोसा जताकर उम्मीदवार बनाया था, आज उसी पर तीसरी बार भरोसा करके कांग्रेस ने प्रतापगढ़ का जिलाध्यक्ष बनाकर युवाओं में एक संदेश दिया है। इस बार कांग्रेस ने अपने चर्चित युवा नेता डॉ नीरज त्रिपाठी को अध्यक्ष बनाकर युवाओं को साधने का प्रयास किया है।
कांग्रेस से प्रतापगढ़ विधानसभा से पहली बार उप चुनाव- 2019 में टिकट देकर युवा नेता डॉ नीरज त्रिपाठी को मौका दिया और उप चुनाव की वजह से वह काफी अच्छा प्रदर्शन भी किया था। युवा नेता डॉ नीरज त्रिपाठी की बार करें तो वह शहर प्रतापगढ़ के स्थाई निवासी हैं और सरल व सहज स्वाभाव की वजह से सभी से उनके मधुर सम्बन्ध भी रहते हैं। एक तरह से उन्हें मिलनसार नेताओं में जाना जाता है। राज्यसभा सांसद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कुमार के निष्ठावान नेता और उनके करीबी नेता के रूप में डॉ नीरज त्रिपाठी की पहचान है।
लोकसभा चुनाव में प्रतापगढ़ की जनता ने 16 चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को 11 बार अपना भाग्य विधाता बनाया, परन्तु इस बार कांग्रेस ने सपा के पाला में डाल दिया, प्रतापगढ़ संसदीय सीट
लोकसभा चुनाव-2024 के चुनाव में कांग्रेस भले ही प्रत्यक्ष रूप से अपने सिम्बल से अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है, परन्तु इस बार कांग्रेस प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर सपा के सम्बल से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को जिताने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। फ़िलहाल प्रतापगढ़ संसदीय सीट पर कई बार कब्जा रहा। दो बार पंडित मुनीश्वर दत्त उपाध्याय और चार बार कालाकांकर रियासत के राजा दिनेश सिंह और एक बार प्रतापगढ़ रियासत के राजा अजीत प्रताप सिंह और तीन बार कालाकांकर रियासत के राजा दिनेश सिंह की बेटी राजकुमारी रत्ना सिंह प्रतापगढ़ संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुई थी। जबकि वर्ष-2004 में सपा के टिकट से अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी प्रतापगढ़ संसदीय सीट से सांसद निर्वाचित हुए हैं।
सोलह बार के लोकसभा चुनाव में सिर्फ एक बार समाजवादी पार्टी का खुल सका था, खाता
कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने फिर भी लोकसभा चुनाव-2024 में 11 बार जीत दिलाने वाली सीट को कांग्रेस ने सपा के पाले में दे दिया है और सपा ने अपने सिम्बल से अपना उम्मीदवार डॉ एस पी सिंह पटेल को उतारा है। अब देखना यह होगा कि रामपुर ख़ास से विधायक आराधना मिश्र उर्फ मोना सपा उम्मीदवार को पहले की तरह लीद दिला पाती है कि पिछले लोकसभा चुनाव-2019 की तरह अपनी भी विधानसभा से जमानत जब्त करवाती हैं। कांग्रेस के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष के कन्धों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार डॉ एस पी सिंह पटेल के लिए सभी पाँचों विधानसभाओं से डॉ नीरज त्रिपाठी अधिक से अधिक वोट दिलाने की भूमिका का निर्वहन करें।
विधानसभा-248 से दो बार प्रत्याशी व युवा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके डॉ नीरज त्रिपाठी जो प्रखर वक्ता के रूप में कांग्रेस का पक्ष रखते हैं, उन्हें केंद्रीय कांग्रेस कमेटी ने जिला इकाई का दायित्व सौंपकर बेहतर निर्णय लिया है, ऐसा युवा नेता डॉ नीरज त्रिपाठी के समर्थकों द्वारा कहा जा रहा है। उनके समर्थकों में खासा उत्साह भी देखा जा रहा है। नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष डॉ नीरज त्रिपाठी कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के ख़ास हैं और जिले में कांग्रेस के माई-बाप व राज्यसभा सांसद प्रमोद कुमार और उनकी बेटी व रामपुर खास की विधायक आराधना मिश्र उर्फ मोना के बेहद करीबी हैं।
डॉ नीरज त्रिपाठी जिलाध्यक्ष निर्वाचित होने पर सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित कर जताया, आभार
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में गठबंधन उम्मीदवार में दम भरने की कवायद के मद्देनजर कई जनपद के जिलाध्यक्ष को बदला है। कांग्रेस इस बार युवा लोकप्रिय चर्चित ब्राह्मण चेहरे को जिलाध्यक्ष बनाकर चुनावी समीकरण साधने में जुटी है। ब्राह्मण चेहरे की बात करें तो इसके पहले भी दो बार से जिलाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस ब्राह्मण चेहरे को ही आगे कर रही है। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के युवा जिलाध्यक्ष नियुक्त करते ही सियासी माहौल गर्म हो गया है। डॉ नीरज त्रिपाठी जिलाध्यक्ष निर्वाचित होने पर कांग्रेस की शीर्ष नेतृत्व सहित अपने राजनीतिक गुरु व राज्यसभा सांसद प्रमोद कुमार और रामपुर खास की विधायक आराधना मिश्र उर्फ मोना का धन्यवाद ज्ञापित कर आभार जताया है।