लोकसभा चुनाव- 2024 के दूसरे चरण में हाई प्रोफाइल चेहरे चुनावी कुरुक्षेत्र में उतरकर ठोंकेगे ताल
मेरठ। लोकतंत्र के इस महापर्व पर दूसरे चरण के 12 राज्यों में नामांकन प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद सभी उम्मीदवारों द्वारा दाखिल नामांकन प्रपत्रों की जाँच आज सम्पन्न हुई। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण की 8 सीटों पर भी नामांकन का समय खत्म हो गया। अब नाम वापसी की प्रक्रिया शेष है। नाम वापसी के बाद जो उम्मीदवार चुनावी मैदान में बचेंगे, उन्हें जिला निर्वाचन अधिकारी/रिटर्निग अधिकारी चुनाव चिन्ह आवंटित करेगा, उसके बाद वह उम्मीदवार अपना कम्पेन तेजी से चालू कर देगा।
दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन गुरुवार को 94 लोगो ने नॉमिनेशन फाइल किया था। अमरोहा में 21, मेरठ में 22, बागपत में 16 लोगो ने नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा, गाजियाबाद में 35, नोएडा में 34 और बुलंदशहर में 10 लोगो ने नामांकन दाखिल किया। वहीं, अलीगढ़ में 21, मथुरा में 16 लोगो ने पर्चा भरा। अंतिम दिन गाजियाबाद में सर्वाधिक 35 तो बुलंदशहर में सबसे कम 10 लोगो ने चुनावी मैदान में उम्मीदवारी के लिए नामांकन दाखिल किया। खबर लिखे जाने तक कितने उम्मीदवारों के पर्चे खारिज किये गए, इसकी सूचना आयोग द्वारा प्रदान नहीं कराई गयी।
पर्दे पर भगवान श्रीराम की भूमिका का निर्वहन करने वाले अरुण गोविल, मेरठ संसदीय क्षेत्र के चुनावी मैदान में चलाएंगे, वाण
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में भाजपा से यूपी की मथुरा लोकसभा सीट से हेमामालिनी, मेरठ से अरुण गोविल, अमरोहा से दानिश अली जैसे चर्चित चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं। अब इन 8 सीटों के नामांकन पत्रों की आज जांच पूरी हो गई। पार्टी के उम्मीदवारों के पर्चे वैध पाये गए। अब नाम वापसी की प्रक्रिया बची जो 8 अप्रैल हो सकेगी। दूसरे चरण में UP की 8 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होगा। देखना होगा कि वो उम्मीदवार जिनके पर्चे वैध पाये गए कहीं वो अपना नाम 8 अप्रेल को वापस न ले लें।
बता दें कि यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीट हैं। इसलिए कहा जाता है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। पिछले 2 चुनावों से बीजेपी यूपी की ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल की है। पीएम नरेंद्र मोदी, वाराणसी से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। पीएम मोदी वाराणसी को इसलिए अपना संसदीय क्षेत्र बनाये, क्योंकि वहाँ से बिहार राज्य की संसदीय सीट पर भी असर डाला जा सकेगा। वो चाहते तो पूर्व पीएम पंडित अटल बिहारी बाजपेयी की लखनऊ संसदीय सीट को चुनते, परन्तु उन्होंने ऐसा नहीं किया। इसके अलावा, लखनऊ से केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, डिंपल यादव मैनपुरी और शिवपाल सिंह यादव बदायूं सीट से सपा उम्मीदवार हैं।