खनिज भवन में लगी भीषण आग, अहम फाइल्स और दस्तावेज जले
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गोखले मार्ग पर खनिज भवन में मंगलवार को भीषण आग लग गई। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां कड़ी मशक्क्त के बाद आग पर काबू पाया। अग्निकांड में कई अहम फाइल और दस्तवेज जल गए। मिली जानकारी के अनुसार खनन भवन के पीछे की तरफ दूसरी, तीसरी और चौथी मंजिल पर आग लगी थी। आग कैसे लगी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन सीएफओ मंगेश कुमार ने कहा कि कूड़े के ढेर से भड़की चिंगारी की वजह से आग लगी।
सीएफओ ने बताया कि आधे घंटे के भीतर आग पर काबू पाया गया। आग से कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कुछ फाइलें और दस्तावेज आग में जलकर राख हो गए। सरकारी दफ्तरों में जब आग लगती थी तो जनसामान्य में यह चर्चा होती थी कि आग स्वतः लगी या लगाई ! क्योंकि अफसर जब घपले और घोटाले करते हैं तो वह अपने ही दफ्तर में आग लगवाकर सबूत और साक्ष्य मिटा देते हैं और आग लगने की एक मजिस्ट्रेट जाँच कराई जाती है जो आग लगने की वजह तय करती है। आग लगने की स्थिति दूसरी होती है और आग लगाने की स्थिति दूसरी हो जाती है जो कोरी आँखों से दिख जाती है। अब मजिस्ट्रेट साहेब को दिखे या न दिखे, पर दोनों स्थिति स्पष्ट हो जाती है।