प्रतापगढ़ में मौलाना की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार:दो आरोपियों को पुलिस पहले भेज चुकी है जेल, गांव में अभी भी पीएसी तैनात
प्रतापगढ़। जमीयत उलमा के जिला महासचिव मौलाना मोहम्मद फारूख की हत्या के मुख्य आरोपी चंद्रमणि तिवारी को मंगलवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। आरोपी की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त फावड़ा बरामद कर लिया गया है। तनाव को देखते हुए सोनपुर गांव में पीएसी तैनात है। घटना के बाद से इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है।
सोनपुर गांव में शनिवार की सुबह जमीन व रुपये के लेनदेन के विवाद में मौलाना फारूख की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने काफी बवाल किया था। मृतक मौलाना के बेटे मौलाना असद की तहरीर पर चंद्रमणि तिवारी समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी सीमा व देवी प्रसाद को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेजा चुका है।
जेठवारा पुलिस ने मंगलवार को मुख्य आरोपी चंद्रमणि को डेरवा के करीब से पकड़ा।सीओ सदर अमरनाथ गुप्ता के अनुसार पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मौलाना से उसकी गहरी दोस्ती थी। उसके पास कुल 30 बिस्वा जमीन थी। जिसमे से 10 बिस्वा जमीन मौलाना को बैनामा कर दिया था। बेची गई जमीन पर वह खुद खेती करता था। उनसे रुपये भी उधार ले रखा था। दूध बेचकर वह किसी तरह गुजर बसर करता था।
इधर, मौलाना बैनामा की गई जमीन अलग करने व उधार लिए रुपये वापस करने की मांग कर रहे थे। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह रुपये वापस कर नहीं पा रहा था। शनिवार की सुबह मौलाना घर आए और जमीन अलग करने व उधारी चुकता करने की बात कहने लगे। बातचीत के दौरान आवेश में आकर उसने मौलाना की फावड़े से मारकर हत्या कर दी। सीओ सदर ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
माहौल बिगाड़ने की कोशिश, सोशल मीडिया के 38 ग्रुपों पर नजर…
मौलाना फारूख की हत्या के बाद कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया पर फोटो व वीडियो अपलोड कर माहौल खराब करने की कोशिश में लगे हैं। जेठवारा पुलिस ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। जेठवारा थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि माहौल खराब के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। सर्विलांस व स्वाट टीम की ऐसे 38 व्हाट्सएप ग्रुपों पर है।