अयोध्या और प्रयागराज में बनेगा वीवीआईपी गेस्ट हाउस, क्या होगी खासियत
लखनऊ। रामनगरी अयोध्या और संगम नगरी प्रयागराज में योगी सरकार एक बड़ा बदलाव करने जा रही है। इन जगहों पर देश के बड़े नेताओं के सुरक्षा और सुविधा के लिए बदलाव किया जाएगा। योगी सरकार ने रामनगरी और संगम नगरी में वीवीआईपी गेस्ट हाउस का निर्माण करने जा रही है। इन गेस्ट हाउस में पीएम, राष्ट्रपति जैसे लोग रुकेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों गेस्ट हाउस के निर्माण स्थल, ले-आउट, सुविधाओं और साज-सज्जा को लेकर बैठक की। श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या में पर्यटक बढ़ने के साथ ही वीवीआईपीज भी दर्शन के लिए अयोध्या नगरी पहुँच रहे हैं।
रामनगरी में योगी सरकार ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस और संगम में में वीआईपी गेस्ट हाउस बनाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर सीएम योगी ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सीएम ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर स्थापना के बाद अयोध्या में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, सहित देश-दुनिया से अनेक विशिष्ट-अति विशिष्ट अतिथियों का आगमन होता रह रहा है। इनके ठहरने के लिए सुरक्षा और सुविधा के बेहतर स्टैंडर्ड के साथ गेस्ट हाउस की जरूरत है। देश के अलग-अलग राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों सहित मंत्रियों के आने जाने से गेस्ट हाउस बनाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।
सीएम योगी ने कहा कि इसी तरीके से प्रयागराज में वीआईपी मेहमानों के लिए एक गेस्ट हाउस बनाया जाना काफी जरूरी है। इन गेस्ट हाउस के बनने के लिए जगह, उसका ले-आउट और अन्य चीजों को तैयार करने का आदेश दिया गया है। लोकेशन के बारे में बात करते हुए सीएम ने कहा है कि यह सभी गेस्ट हाउस अयोध्या में सरयू नदी के किनारे पर्यटन विभाग की जमीन पर बन सकते हैं, ये जगह गेस्ट हाउस के लिए काफी अच्छी होगी। बढ़ते पर्यटक और वीवीआईपीज की संख्या को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। चूंकि प्रयागराज में साल- 2025 में महाकुम्भ का आयोजन है और महाकुम्भ मेले में करोड़ों पर्यटक संगम नगरी प्रयागराज आयेंगे।
सीएम योगी ने कहा कि सरयू नदी के किनारे लगभग साढ़े तीन एकड़ के एरिया में गेस्ट हाउस को बनाया जा सकता है।गेस्ट हाउस की बिल्डिंग की वास्तुकला में वैष्णव परंपरा की झलक होनी चाहिए। सीएम ने गेस्ट हाउस को लेकर सावधानी रखने की बात कही है।इन गेस्ट हाउस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने चाहिए और इस गेस्ट हाउस के बिल्डिंग को बनवाते समय उसकी ऊंचाई पर खास ध्यान रखने को कहा गया है, गेस्ट हाउस की ऊंचाई किसी भी हालत में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से ऊंची नहीं होनी चाहिए। अयोध्या में देश ही नहीं विदेशी मेहमान भी आ रहे हैं। इस लिहाज से भी गेस्ट हाउस की प्रासंगिकता बढ़ जाती है।