दीवार पर बनी बाबासाहेब की तस्वीर के सामने सिपाही ने किया टॉयलेट, वीडियो वायरल होते ही सिपाही को किया गया लाइन हाजिर
उत्तर प्रदेश के बस्ती से एक अजीब मामला सामने आया है। यहां पर सड़क के किनारे बनी दीवार पर संविधान निर्माता भारत रत्न बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर के सामने एक सिपाही के टॉयलेट करने का मामला आया। टायलेट करते सिपाही की तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड की गई। सोशल मीडिया पर तस्वीर के आते ही विवाद शुरू हो गया। वायरल फोटो को लेकर कई सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर ने पुलिस से कार्रवाई की मांग करनी शुरू कर दी। बस्ती पुलिस की ओर से मामले पर संज्ञान लिया गया। आनन-फानन में आरोपी सिपाही को लाइन हाजिर करने का आदेश कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला…
पॉलीटिकल एक्टिविस्ट और लेखक हंसराज मीणा ने सोशल मीडिया पर एक फोटो पोस्ट किया। इसमें सिपाही बाबासाहब डॉ. अंबेडकर की तस्वीर के सामने टॉयलेट करता दिख रहा है। हंसराज मीणा ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि ये ओमप्रकाश दुबे हैं। बस्ती जिले में सिपाही पद पर कार्यरत हैं। आप भारत रत्न डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर जैसे महापुरुष के भित्तिचित्र पर टॉयलेट कर रहे हैं। उस महामानव, जिसने संविधान लिखकर नए भारत की नींव डाली। जिसने इस देश के करोड़ों वंचित तबकों का उद्धार किया। हंसराज मीणा ने इसे शर्मनाक कर दिया।
बस्ती पुलिस ने शुरू की कार्रवाई…
हंसराज मीणा के पोस्ट पर ट्राइबल आर्मी यूजर की ओर से बस्ती और यूपी पुलिस को टैग करते हुए पोस्ट किया गया कि बस्ती थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी ओमप्रकाश दुबे के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया पर गरमाए मामले में बस्ती पुलिस की ओर से प्रतिक्रिया आई। बस्ती पुलिस के एक्स हैंडल पर किए गए पोस्ट में कहा गया कि संदर्भित प्रकरण में पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर विभागीय जांच और अन्य आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो…
सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के वायरल होते ही उबाल आ गया। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर प्रतिक्रियाएं देनी शुरू कर दी। ऋषि चौधरी नामक एक यूजर ने लिखा है कि इस घटिया सिपाही को उठाकर जेल में डालो। बाद की बातें बाद में करेंगे। यह बेहद शर्मनाक है। वहीं, रमेश मीणा ने लिखा कि यह गलत है। बहुत ही शर्मनाक है। इस पोस्ट पर मनोहर सिंह राठौड़ ने लिखा कि मैं कुछ बोला तो विवाद हो जाएगा। गुलकेश मीणा नामक यूजर्स ने इस मामल में उच्च जाति और दलित के मुद्दे को उठा दिया। गुलकेश ने लिखा कि उच्च वर्ग लोगों की अंबेडकर के प्रति यह घृणित सोच दिखती है।