थाने में सेना के जवान को निर्वस्त्र कर पीटने वाले पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज, मंत्री की नाराजगी के बाद की गई कार्रवाई
राजस्थान। थाने में सेना के जवान की निर्वस्त्र करके पिटाई के मामले में सब इंस्पेक्टर सहित 4 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर हो गए। मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की नाराजगी के बाद कार्रवाई हुई। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने पुलिस थाने में सेना के जवान से मारपीट के आरोपों की जांच के आदेश दिए। मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ACP से नाराजगी जताई थी।
शिप्रा पथ थाने में सैनिक से मारपीट…
शिप्रापथ थाना पुलिस ने हुक्का बार पर कार्रवाई की थी। इस दौरान एक आर्मी के जवान को हिरासत में लिया था। हिरासत में लिए गए जवान की जमानत के लिए जम्मू कश्मीर में तैनात सेना के जवान अरविंद सिंह शिप्रा पथ थाने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही सैनिक को यह भी कहा गया कि राजस्थान पुलिस आर्मी की बाप है।
पीड़ित जवान अरविंद सिंह ने एक वीडियो जारी किया। जारी वीडियो में कहा, “मेरा दोस्त राजवीर शेखावत 11 अगस्त को रात में अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने गया था। वाइन क्लब में पुलिस की रेड के दौरान उसे पकड़ लिया गया और शिप्रा पथ थाने लाया गया। जानकारी मिलने पर मैं थाने गया और एक परिचित से थानाधिकारी की बात करवाता हूं। गिरफ्तारी का कारण पूछने पर मेरे साथ अभ्रद्रता की गई। इसके बाद निर्वस्त्र करके रिमांड रूम में ले जाकर पिटाई की गई।”
मंत्री राठौड़ ने एसीपी की लगाई थी क्लास…
सेना के जवान के साथ मारपीट का मामला सामने आने के बाद राजस्थान सरकार में मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ जयपुर के शिप्रा पथ थाने पहुंचे थे। उन्होंने एसीपी मानसरोवर संजय सिंह की जमकर क्लास लगाई थी। मंत्री राठौड़ ने मीडिया से कहा कि कश्मीर में तैनात भारतीय सेना के जवान को जयपुर में कुछ पुलिसकर्मियों ने निर्वस्त्र करके पीटा। इसके बाद लोगों के बीच बिठाकर कुछ पुलिसकर्मी उससे दोहराते हैं कि पुलिस भारतीय सेना की बाप है।
राज्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को लगाई फटकार…
राज्यवर्धन सिंह ने आगे कहा कि ये सरकार की जीरो टॉलरेंस में आता है कि चाहे पुलिस हो या प्रशासन का दूसरा डिपार्टमेंट हो। कानून से काम करना, संविधान से काम करना जिम्मेदारी है. पुलिस को जो ताकत मिली है, वह देश के संविधान ने और सरकार ने दी है। वहीं, थाने में पुलिसकर्मी को फटकार लगाते हुए मंत्री ने कहा कि जब सेना के जवान के साथ पुलिस का ऐसा बर्ताव है तो आम जनता से किस तरह बर्ताव होगा।