प्रतापगढ़ में सेक्रेटरी ने 14 लाख का किया गबन: स्वच्छ भारत मिशन फेज दो के तहत विकास कार्यों में हुआ घोटाला, DPRO ने किया निलंबित
स्वच्छ भारत मिशन फेज दो के तहत विकास कार्यों के लिए शासन से मिले 14 लाख 28 हजार 141 रुपये सेक्रेटरी ने अपने करीबी फर्म संचालकों के खाते में ट्रांसफर कर हजम कर लिया। जांच में गोलमाल की पुष्टि होने पर डीपीआरओ ने मंगलवार को आरोपित सेक्रेटरी लालचन्द्र पाल को निलंबित कर विकास भवन स्थित ओडीएफ वाररूम से सम्बद्ध कर दिया है।
विकास खंड लालगंज की अगई ग्राम पंचायत में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी लालचन्द्र पाल ने स्वच्छ भारत मिशन फेज दो के तहत शासन से मिली धनराशि में से 14 लाख 28 हजार 141 रुपये बिना कार्य कराए ही अपने चहेते फर्म संचालकों के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया। सेक्रेटरी ने बताया- यह धनराशि कूड़ा उठाने के लिए वाहन खरीदने, जलनिकासी के लिए नाली निर्माण, हैंडपंप प्लेटफॉर्म, शोक पिट सामुदायिक निर्माण और जेई के वेतन पर खर्च किए गए हैं। जबकि इन कार्यों की फोटो और बिल प्रस्तुत नहीं किया।
15 दिन में मांगी रिपोर्ट
ऐसे में डीपीआरओ की ओर से तीन सदस्यीय अफसरों की टीम गठित कर कार्यों का सत्यापन कराया गया। सत्यापन में ये सभी कार्य मौके पर नहीं पाए गए। डीपीआरओ श्रीकांत दर्वे ने आरोपित सेक्रेटरी लालचन्द्र पाल को सस्पेंड कर विकास भवन स्थित ओडीएफ वाररूम से सम्बद्ध कर दिया। उन्होंने प्रकरण में एडीपीआरओ जांच अधिकारी नामित कर 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है।