ऑपरेशन कराने गए मरीज की निकाली किडनी हुई मौत, परिजन बोले-हॉस्पिटल में चल रहा धंधा, चीरा देखा तो खुला राज
लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके के एशियन हॉस्पिटल में मरीज की किडनी निकालने का मामला सामने आया है। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने कहा कि अस्पताल में किडनी निकालने का धंधा चल रहा है। मृतक के भाई ने बताया कि पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। सीएमओ ने एक्शन नहीं लिया। मरीज के भाई का कहना है कि किडनी स्टोन की शिकायत के भाई को अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
दाहिनी किडनी निकालने के बाद मरीज की तबियत बिगड़ने लगी। दूसरी किडनी भी रिस्पांस नहीं कर रही थी। आखिरकार मेरे भाई की मौत हो गई।दाहिनी तरफ पेट में चीरा देख परिजनों को हुई जानकारी हरदोई के अतरौली पूरनपुर पिपरगांव भरावन के निवासी सतीश कुमार (40) की किडनी में पथरी थी। जिसके चलते परिजन माल स्थित ओम सांई हॉस्पिटल लेकर गए थे। जहां डॉ. उमेश के यहां उसका इलाज शुरू कराया गया।
भाई रजनीश के मुताबिक डॉ. उमेश ने किडनी स्टोन को दूरबीन के विधि से निकालने का भरोसा दिया। परिवार वाले राजी हो गए। ऑपरेशन के लिए सतीश को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। डॉक्टर ने घर वालों को बिना कोई जानकारी दिए किडनी निकाल दी।
जिसके बाद सतीश की तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टर ने कहा कि ऑपरेशन के बाद शरीर में खून की कमी है। खून चढ़ाने के नाम पर 20 हजार रूपए भी ले लिए। लेकिन सतीश की मौत हो गई। भाई ने दाहिनी तरफ चीरा का निशाना देखा सतीश के भाई रजनीश ने सतीश की पीठ के दाहिने तरफ चीरा का निशान देखा। डॉक्टर से पूछा की दूरबीन विधि से ऑपरेशन की बात कही गई थी। ये चीरा कैसे लगा। डॉक्टर ने पूछताछ में बताया कि उनकी एक किडनी निकाली गई थी। दूसरी किडनी अचानक काम करना बंद कर दी। जिससे उसकी मौत हो गई।
किडनी की बिना जांच कर दिया ऑपरेशन रजनीश का आरोप है कि डॉक्टर भाई की किडनी का सौदा करना चाहता था। लेकिन केस बिगड़ने पर किडनी खराब होने की बात कही। पहले उसने बिना जांच के एक किडनी निकाल दी। ऊपर से यह जांच के बाद किया तो दूसरी खराब थी तो बिना निई किडनी की व्यवस्था किए यह क्यों किया। इससे साफ है कि अस्पताल में किडनी का खेल चल रहा है या डॉक्टर लापरवाह और जानकार नहीं है। जिसके चलते भाई की जान चली गई।
पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर सिर्फ कराया पोस्टमार्टम रजनीश के मुताबिक घटना के बाद पुलिस को एशियन हॉस्पिटल में डॉ. एसएन सोनकर के खिलाफ शिकायत की थी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने की जगह सिर्फ पीएम कराया। पीएम रिपोर्ट आने के बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। वहीं सीएमओ ने दो सदस्सय टीम गठित कर दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि घटना और पीएम रिपोर्ट से साफ है कि डॉक्टर की लापरवाही से भाई की जान गई।
लखनऊ के एक निजी अस्पताल में किडनी निकाले जाने का मामला सामने आया है। पेट में इन्फेक्शन का इलाज कराने आए व्यक्ति की किडनी निकाल ली। मरीज की मौत होने पर परिवार वालों ने अस्पताल में हंगामा किया।
परिजनों का आरोप है कि मौत के बाद डॉक्टर ने फोन किया। कहा- पैसे लेकर मामले को रफा-दफा करो। मृतक के भाई रजनीश ने कहा कि डॉक्टर से बातचीत की रिकॉर्डिंग उसके पास है।