पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिंह ने प्रतापगढ़ के जनप्रतिनिधियों को दिखाया आईना, प्रतापगढ़ में होगा इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण, फैक्ट्री का हुआ शिलान्यास
पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिंह का बना हुआ है, प्रतापगढ़ से लगाव
प्रतापगढ़। जनपद प्रतापगढ़ में जल्द इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण शुरू होगा। इससे जिले का औद्योगिक परिदृश्य बदल जाएगा। सराय नाहर राय गांव में कसागी प्राइवेट लिमिटेड की ओर से स्थापित होने वाली इलेक्ट्रिक वाहन फैक्ट्री ने जिले के विकास में एक नई उम्मीद जगा दी है। राजा व महराजा का जिला होने के बावजूद जिले का विकास न हो सका। आज भी जनपद प्रतापगढ़ थर्ड ग्रेट का जनपद है। यानि प्रदेश में प्रतापगढ़ का स्थान श्रेणी सी में है।
सोमवार 16 सितंबर, 2024 को जिलाधिकारी संजीव रंजन और प्रतापगढ़ के पूर्व सांसद कुंवर हरिवंश सिंह ने विधिवत पूजन के बाद फैक्ट्री का शिलान्यास किया। इस अवसर पर कुंवर हरिवंश सिंह ने कहा कि यह फैक्ट्री न केवल उद्यमियों के लिए प्रेरणा बनेगी, बल्कि बेरोजगारों के लिए रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। जिले में कोई उद्योग न होने की वजह से यहाँ के लोग दूसरे प्रदेश जाने के लिए मजबूर रहते हैं।
दिल्ली स्थित कसागी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर कुंवर युवराज सिंह की पहल पर सराय नाहर राय गांव में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की फैक्ट्री की स्थापना की जा रही है। यह फैक्ट्री दो एकड़ के क्षेत्र में स्थापित की जाएगी, जिसकी एक यूनिट पर करीब 20 करोड़ रुपये का निवेश होगा। फैक्ट्री की कुल छह यूनिट बनाई जानी हैं। जब सभी यूनिट तैयार हो जाएंगी, तब इस परियोजना के तहत करीब 1,500 कर्मचारियों को रोजगार मिलेगा।
यूपी के बड़का जिला से प्रसिद्ध प्रतापगढ़ जिले में अभी तक उद्योग का कोई प्रमुख केंद्र नहीं था। ऐसे में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण की यह फैक्ट्री जिले में उद्योगिक विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है। यह न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अनेक अवसर भी सृजित करेगी। यहाँ के जनप्रतिनिधि नकारे साबित हुए, बल्कि मूलतः जौनपुर के रहने वाले कुंवर हरिवंश सिंह ही प्रतापगढ़ के विकास के लिए सबसे बेहतर कार्य किया। मेडिकल कालेज, बाई पास और चिलबिला का बहुप्रतीक्षित ओवरब्रिज का निर्माण कराकर कुंवर हरिवंश सिंह अपनी छाप छोड़ दी है।
डीएम संजीव रंजन ने इस मौके पर कहा कि यह फैक्ट्री प्रतापगढ़ के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कसागी प्राइवेट लिमिटेड की इस पहल की सराहना की और इसे जिले के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि प्रशासन इस परियोजना को सफल बनाने में हर संभव सहायता प्रदान करेगा। इस फैक्ट्री की स्थापना से प्रतापगढ़ का नाम अब उन जिलों में शामिल हो जाएगा, जो न केवल कृषि के क्षेत्र में बल्कि उद्योगिक क्षेत्र में भी अग्रणी होंगे। प्रतापगढ़ में उर्जावान लोगों की कमी नहीं है, परन्तु यहाँ के जनप्रतिनिधि ही नकारे रहे।
यह फैक्ट्री प्रतापगढ़ के युवाओं को अपने ही जिले में रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, जिससे उन्हें दूसरे शहरों की ओर पलायन करने की आवश्यकता नहीं होगी। इस फैक्ट्री में इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण होगा, जो पर्यावरण के अनुकूल और आधुनिक तकनीक का उपयोग करके तैयार किए जाएंगे। यह कदम केंद्र और राज्य सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति और हरित ऊर्जा की दिशा में बढ़ते प्रयासों के अनुरूप है। जिले के विकास के लिए प्रतापगढ़ के स्थानीय नेताओं ने कोई रूचि नहीं दिखाई, सिर्फ अपना विकास किया और जनपद को उसकी दशा पर छोड़ दिया।
भविष्य में इस फैक्ट्री के सफल संचालन से प्रतापगढ़, इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन सकता है। प्रतापगढ़ के लिए यह परियोजना एक नए युग की शुरूआत है। इलेक्ट्रिक वाहन फैक्ट्री का शिलान्यास न केवल उद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यह जिले के युवाओं को नए अवसर और समृद्धि की राह दिखाएगा। कुंवर युवराज सिंह और उनकी टीम की यह पहल प्रतापगढ़ को उद्योग के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगी। देखना होगा कि औद्योगिक क्षेत्र भदोही, संसारपुर सहित एटीएल ग्राउंड और औद्योगिक क्षेत्र सुखपालनगर का दिन कब बहुरता है ?