पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को किया गिरफ्तार, 100 से अधिक लोगों को लालच देकर बनाया ईसाई
गाजियाबाद में नंदग्राम के बाद अब मोदीनगर पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों के मुताबिक दोनों गिरोहों का धर्मांतरण कराने का तरीका एक जैसा है। पकड़े गए आरोपी इलाज का झांसा और रोजगार-शादी का लालच देकर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। प्रारंभिक जांच में सौ से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने की बात सामने आई है।
डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि 22 सितंबर को मोदीनगर की विजयनगर कॉलोनी निवासी संगीता ने मोदीनगर थाने में एक प्रार्थना-पत्र दिया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि जेठ का लड़का आशु, सास अशरफी और ससुर किशनपाल उन पर ईसाई धर्म अपनाने का दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने आरोपियों से मना किया तो जान से मारने की धमकी देने लगे। डीसीपी ग्रामीण के मुताबिक शिकायत पर केस दर्ज कर मोदीनगर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी।
इसी क्रम में पुलिस ने आशु को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया तो उसकी पैरवी करने के लिए मोदीनगर की मोदीपोन कॉलोनी निवासी पोलू मसीह अपने दो साथियों नोएडा सेक्टर-101 के गांव सलारपुर खादर निवासी पास्टर रासी बलियार और दादरी रोड गौतमबुद्धनगर स्थित सलारपुर निवासी छुट्ठू कुमार शाह के साथ थाने पहुंचा। पास्टर रासी बलियार मूलरूप से जिला गजापति, ओडिशा के गांव सहरंगा और छुट्ठू कुमार शाह बिहार के जिला रोहतास, गांव रमरोठा का रहने वाला है।
डीसीपी ग्रामीण के मुताबिक पोलूस मसीह और उसके दोनों साथी पुलिस कार्रवाई को गलत बताते हुए आशू को छोड़ने का अनावश्यक दबाव बनाने लगे। शक होने पर तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उनके मोबाइल में धर्मांतरण संबंधी साक्ष्य मिले। इसके बाद शुक्रवार को चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
डीसीपी के मुताबिक पूछताछ में आशु ने बताया कि पिता के देहांत के बाद वह अपने दादा-दादी के साथ गौतमबुद्धनगर के सलारपुर गांव में जाकर रहने लगा और वहां ईसाई धर्म अपना लिया। उसकी चाची संगीता और चाचा अजीत गोविंदपुरी स्थित पैतृक मकान में रहते हैं। उनके दादा-दादी का वहां अक्सर आना-जाना लगा रहता है। पोलूस, पास्टर रासी बलियार और छुट्ठू कुमार शाह के सहयोग से वह अपने चाचा-चाची को भी धर्म बदलने के लिए प्रेरित कर रहा था। इससे पहले नंदग्राम पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए इन्ग्राहम शिक्षण संस्थान के पीटीआई जेराल्ड मैथ्यूस मैसी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
100 से अधिक लोगों के धर्मांतरण की बात आई सामने…
डीसीपी ग्रामीण के मुताबिक पोलूस मसीह और उसके साथी जरूरतमंद लोगों को टारगेट कर उन्हें ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। बीमारी के इलाज और रोजगार-शादी का लालच देकर लोगों को प्रार्थना और सभा में बुलाते थे और वहां ईसाई धर्म की गतिविधियां कराते थे। डीसीपी के मुताबिक प्रारंभिक जांच में आरोपियों ने सौ से अधिक लोगों का धर्मांतरण कराने की बात कबूली है।
नंदग्राम पुलिस ने भी किया था खुलासा…
नंदग्राम पुलिस ने धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए इन्ग्राहम शिक्षण संस्थान के पीटीआई जेराल्ड मैथ्यूस मैसी समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। यह गिरोह भी इलाज और लालच के जरिये लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करते थे। इस गिरोह की छानबीन में महाराष्ट्र, केरल और ओडिशा का कनेक्शन मिला था। मोदीनगर पुलिस द्वारा पकड़े गए गिरोह का कनेक्शन भी ओडिशा से मिला है। ऐसे में पुलिस का अंदेशा है कि बड़े पैमाने पर मुहिम चलाकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। डीसीपी का कहना है कि गिरोह से जुड़े लोगों को ट्रेस किया जा रहा है।