बहराइच में एडीजी अमिताभ यश ने संभाला मोर्चा, हाथ में पिस्तौल लेकर दौड़ते दिखे एसटीएफ चीफ
यूपी के बहराइच में हुई सांप्रदायिक हिंसा में एक युवक की मौत के बाद आगजनी और बवाल को देखते हुए लखनऊ से प्रमुख सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। मौके पर भीड़ को देख खुद एडीजी और एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने मोर्चा संभाल लिया।पिस्टल लेकर अमिताभ यश भीड़ को खुद खदेड़ते दिखाई दिए। एक वीडियो में वह मातहतों को भीड़ को खदेड़ने के लिए आदेश देते और दौड़ाओ कहकर ललकारते भी दिखाई दे रहे हैं।
गौरतलब है कि देवी दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान हुई हिंसा में रविवार को 22 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई थी जिसके बाद से इलाके में तनाव व्याप्त है। सोमवार की सुबह आगजनी भी हुई। इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
इसके बाद लखनऊ से सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश घटनास्थल पर पहुंच गए। जिस समय अमिताभ यश पहुंचे भीड़ जुटी हुई थी और नारेबाजी हो रही थी। इसे देखते हुए उन्होंने खुद पिस्टल हाथ में लेकर भीड़ को ललकारा और मातहतों को भीड़ को तितर बितर करने के निर्देश दिए।
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। अशांति प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और हिंसा प्रभावित इलाके के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजकतत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शुक्ला ने कहा कि घटना के सिलसिले में सलमान नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी। संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में देवी प्रतिमा के विसर्जन के लिए निकाले गए जुलूस के दौरान विवाद हो गया तथा एक व्यक्ति को गोली लगने के बाद स्थिति बिगड़ गई। इस घटना के चलते फखरपुर कस्बे सहित कुछ अन्य स्थानों पर मूर्ति विसर्जन रूक गया था, लेकिन रविवार देर रात विसर्जन का कार्यक्रम संपन्न हो गया।
पुलिस के अनुसार, रविवार को विसर्जन के लिए देवी दुर्गा की मूर्ति लेकर मंसूर गांव के महाराजगंज बाजार से एक जुलूस गुजर रहा था। जुलूस में शामिल रेहुआ मंसूर गांव के निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) को गोली लग गई। मिश्रा के एक परिजन ने बताया कि उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया।
महसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह ने पीटीआई भाषा से कहा कि हम मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं। चार महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। मृतक के परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए तथा एसएचओ और पुलिस चौकी के प्रभारी को निलंबित किया जाए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री ने पर्याप्त इंतजाम कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराने तथा धार्मिक संगठनों से संवाद करने के निर्देश प्रशासन को निर्देश दिये।