हाथ बांधे, डंडे से बुरी तरह पीटा, इतने से भी मन नहीं भरा तो प्राइवेट पार्ट्स में डाला पेट्रोल
मैनपुरी के कुसमरा कस्बा के गांव परशुराम में पशु चोरी के आरोप में दो युवकों को तालिबानी सजा दी गई। गांव के कुछ लोगों ने युवकों के हाथ बांध दिए। पहले डंडे से पिटाई की गई। नग्न करने के बाद प्राइवेट पार्ट्स में पेट्रोल डाला गया। इस घटना से भयभीत युवक और उनके परिजन चुप्पी साधे हुए हैं। रसूखदारों के खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
मामला थाना किशनी क्षेत्र के गांव परशुरामपुर से जुड़ा हुआ है। गांव निवासी एक व्यक्ति का बकरा चोरी हो गया। बकरा चोरी के शक में गांव के ही दो युवकों को पकड़ने के बाद पशुपालक और सहयोगी खेत पर ले गए। दोनों के हाथ बांधने के बाद पहले तो उनकी थप्पड़ और डंडे से पिटाई की। युवक चोरी करने के अपराध से इन्कार करते रहे। इसके बाद पशु पालक व सहयोगियों ने अमानवीयता की सारी हदें पार कर दीं। युवकों को पीट-पीट कर गिरा लिया गया और कपड़े उतारने के बाद प्राइवेट पार्ट्स में पेट्रोल डाल दिया।
तड़प रहे दोनों युवक छोड़ देने के लिए चीखते रहे लेकिन वहां उनकी सुनने वाला कोई नहीं था। दोनों युवकों को तड़पता हुआ छोड़ कर जाते समय आरोपी धमकी दे गए कि अगर शिकायत करने की हिम्मत की तो अंजाम इससे भी बुरा होगा। इस घटना के बाद सहमे हुए दोनों युवक और उनके परिजन शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। वहीं ग्रामीण भी रसूखदारों के आगे कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। वायरल वीडियो के संबंध में जानकारी की जा रही है। ऐसी घटना हुई है तो निश्चित तौर पर दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। -विनोद कुमार, पुलिस अधीक्षक
घटना के बाद परशुरामपुर के ग्रामीणों ने साधी चुप्पी
गांव परशुरामपुर में दो युवकों पर चोरी के आरोप के बाद हुई घटना के बाद ग्रामीणों ने चुप्पी साध ली है। आरोपी रसूखदार हैं जिस वजह से कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। दोनों युवक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। घटना के बाद छाई खामोशी के बीच पुलिस जानकारी जुटाने में लगी है।
थाना किशनी क्षेत्र के गांव परशुरामपुर में चोरी के आरोप में गरीब परिवार के दो युवकों को बेरहमी से पीटा गया। इसके बाद आरोपियों ने सारी सीमाएं पार करते हुए युवकों के प्राइवेट पाट्र्स में पेट्रोल डाला। शुक्रवार को परशुरामपुर में हुई इस घटना की जानकारी होने के बाद स्थानीय पुलिस भी जानकारी जुटाने में लगी है।
उधर घटना को लेकर गांव के लोग चुप्पी साधे हुए हैं। आरोपी रसूखदार हैं, इसलिए कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है। वहीं दोनों युवक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इस घटना के बाद दोनों युवक कहां है। इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने के बाद किशनी पुलिस सही जानकारी जुटाने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है।
दोनों युवक वाकई अपराधी हैं या बेगुनाह
बकरा चोरी के आरोपी पीटे गए गांव परशुरामपुर निवासी दोनों युवक वाकई अपराधी हैं या बेगुनाह हैं। इसका पता तो पुलिस की जांच के बाद ही चल सकेगा। लेकिन जिस तरह से उन्हें गांव के कुछ लोगों ने खुद ही सजा दी है। वह निश्चित तौर पर कानून का उल्लंघन है। यदि चोरी का शक था या युवकों ने चोरी की थी तो पुलिस को सूचना देकर कार्रवाई करानी चाहिए थी। इस तरह से तो सजा देने वाले खुद ही अपराधी की श्रेणी में खडे़ हैं।
घटना के बाद परशुरामपुर के ग्रामीणों ने साधी चुप्पी
गांव परशुरामपुर में दो युवकों पर चोरी के आरोप के बाद हुई घटना के बाद ग्रामीणों ने चुप्पी साध ली है। आरोपी रसूखदार हैं जिस वजह से कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं। दोनों युवक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। घटना के बाद छाई खामोशी के बीच पुलिस जानकारी जुटाने में लगी है। थाना किशनी क्षेत्र के गांव परशुरामपुर में चोरी के आरोप में गरीब परिवार के दो युवकों को बेरहमी से पीटा गया। इसके बाद आरोपियों ने सारी सीमाएं पार करते हुए युवकों के प्राइवेट पाट्र्स में पेट्रोल डाला। शुक्रवार को परशुरामपुर में हुई इस घटना की जानकारी होने के बाद स्थानीय पुलिस भी जानकारी जुटाने में लगी है।
सूखदार हैं आरोपी, गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं पीड़ित
घटना को लेकर गांव के लोग चुप्पी साधे हुए हैं। आरोपी रसूखदार हैं, इसलिए कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है। वहीं दोनों युवक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इस घटना के बाद दोनों युवक कहां है। इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने के बाद किशनी पुलिस सही जानकारी जुटाने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है।
दोनों युवक वाकई अपराधी हैं या बेगुनाह
बकरा चोरी के आरोपी पीटे गए गांव परशुरामपुर निवासी दोनों युवक वाकई अपराधी हैं या बेगुनाह हैं। इसका पता तो पुलिस की जांच के बाद ही चल सकेगा। लेकिन जिस तरह से उन्हें गांव के कुछ लोगों ने खुद ही सजा दी है। वह निश्चित तौर पर कानून का उल्लंघन है। यदि चोरी का शक था या युवकों ने चोरी की थी तो पुलिस को सूचना देकर कार्रवाई करानी चाहिए थी। इस तरह से तो सजा देने वाले खुद ही अपराधी की श्रेणी में खडे़ हैं।