पुलिस चौकी में कांस्टेबल मंगेतर के सामने सिपाही ने खुद को मार ली गोली, बाहर खड़े पुलिसकर्मी हैरान
मुरादाबाद के गलशहीद थाने की रोडवेज पुलिस चौकी में मंगलवार दोपहर सर्विस रायफल से कांस्टेबल मंगेतर के सामने खुद को गोली मारने वाले सिपाही कपिल कुमार (25) की मौत हो गई। बुधवार को कॉसमॉस अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। अब पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही है।
मेरठ के फलावदा थाना क्षेत्र के नागौरी गांव निवासी कपिल कुमार 2018 बैच का सिपाही था। ढाई साल से उसकी ड्यूटी गलशहीद थाने में चल थी। इसी थाने में सहारनपुर निवासी 2021 बैच की महिला कांस्टेबल तैनात है। दोनों की शादी तय हो चुकी थी और 10 नवंबर को सगाई कार्यक्रम होना तय था।
गलशहीद के असालतपुरा निवासी जफर नाम के एक व्यक्ति पर पिछले दिनों फायरिंग हुई थी। जफर ने केस दर्ज कराया था और उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी थी। इन दिनों कपिल की ड्यूटी जफर के साथ चल रही थी।
मंगलवार को महिला कांस्टेबल की ड्यूटी रोडवेज पुलिस चौकी में थी। दोपहर करीब दो बजे कपिल महिला कांस्टेबल के पास पहुंचा। दोनों चौकी के अंदर मौजूद थे, जबकि कुछ पुलिसकर्मी बाहर ड्यूटी पर थे। इसी दौरान कपिल ने अपनी सर्विस रायफल को सिर में सटाकर गोली मार दी थी।
घायल सिपाही को कॉसमॉस अस्पताल में भर्ती कराया था। एसपी सिटी कुमार रण विजय सिंह ने बताया कि बुधवार को उपचार के दौरान सिपाही की मौत हो गई। पूरे मामले की जांच की जा रही है। सिपाही ने आत्महत्या क्यों की है। इस बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। महिला कांस्टेबल से भी पूछताछ की जा रही है।
सिपाही के सिर से पार निकल गई गोली…
सिपाही कपिल के सिर में गोली पार निकल गई थी। कॉसमॉस अस्पताल में सिपाही के सिर का एक्सरे किया गया। जिससे पता चला कि गोली उसके सिर में नहीं फंसी है। पुलिस चौकी में सिपाही ने रायफल सिर में सटाकर गोली मारी थी।
पुलिस कर्मी उससे जिला अस्पताल ले गए थे, लेकिन उसकी हालत गंभीर देखकर उसे तुरंत ही कॉसमॉस अस्पताल भेज दिया गया था। सिपाही के सिर में गोली कहां फंसी है। यह जानने के लिए डॉक्टरों ने एक्सरे कराया लेकिन एक्सरे रिपोर्ट आने पर पता चला कि सिपाही के सिर में गोली नहीं थी। इससे साफ हो गया है कि गोली सिपाही के सिर से पार निकल गई थी।
केस के वादी की सुरक्षा में है कपिल की ड्यूटी…
गलशहीद के असालतपुरा निवासी जफर पर कुछ दिन पहले फायरिंग हुई थी। इस मामले में जफर ने गलशहीद थाने में केस दर्ज कराया था। जफर ने अपनी जान को खतरा बताकर सुरक्षा की मांग की थी। इसके बाद से सिपाही कपिल उनकी सुरक्षा में लगा है।