शाइन सिटी ने बिना एक इंच जमीन के बेंच दिए प्लाट; 60,000 करोड़ की ठगी की, 4000 मुकदमे, कंपनी डायरेक्टर की यूपी पुलिस को है तलाश
देश की जनता का अरबों रुपया हड़पकर भागे बिजनेस टायकून विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चौकसी पर सरकार की नजरें टेढ़ी हैं। लेकिन, इनसे भी बड़ा महाठग राशिद नसीम देश के कानून को ठेंगे पर रखकर लगातार सबको चुनौती दे रहा है। सपनों के सौदागर राशिद नसीम ने शाइन सिटी नाम से लखनऊ में रियल स्टेट कंपनी खोलकर लोगों के सपनों को लूट लिया।
शातिर राशिद नसीम ने मध्यम वर्गीय लोगों को निशाना बनाया और उन्हें आशियाने का ख्वाब दिखाकर प्लॉट और मकान के नाम पर करीब 60,000 करोड़ रुपए की ठगी की। ठगे गए लोगों ने एफआईआर कराई तो पुलिस सक्रिय हुई. हालांकि, तीन साल पहले राशिद नसीम भारत छोड़कर दुबई भाग गया। नसीम की कंपनी शाइन सिटी पर प्रदेश भर में 4000 के करीब मुकदमे हैं, जिसमें 565 के करीब लखनऊ के गोमती नगर थाने में ही दर्ज हैं। हालांकि वह अब भी सोशल मीडिया पर सक्रिय है। वहीं निवेशकों को रुपए लौटाने और भारत आने का भरोसा दिलाता है।
सपनों का आशियाना देने के बहाने हड़पे करोड़ों, मध्यम वर्गीय लोगों को बनाया निशाना…
राशिद नसीम ने मध्यम वर्गीय लोगों को निशाना बनाया। इसके लिए उसने शाइन सिटी प्रोजेक्ट में लोगों को सस्ते और किस्तों पर प्लाट और फ्लैट देने के लुभावने सपने दिखाए। जिसकी बुकिंग के नाम पर करीब 60,000 करोड़ रुपए की ठगी की। जब अचानक उसके खिलाफ लखनऊ और वाराणसी में ठगी के मुकदमे दर्ज होने शुरू हुए तब पुलिस की नींद खुली। उसके खिलाफ ठगी के शिकार लोगों ने यूपी के साथ दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुवाहाटी और महाराष्ट्र तक में मामले दर्ज कराए। देश में शाइन सिटी कम्पनी की ठगी के शिकार लोगों की संख्या 10 लाख से भी अधिक है। जिसकी जांच ईओडब्ल्यू और ईडी कर रही है।
अब हम बताते हैं महा ठग राशिद नसीम की वो कहानी जिससे वह रातों-रात अरबपति बन गया… प्रयागराज से शुरू किया गोरखधंधा…
राशिद नसीम मूल रूप से प्रयागराज करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला है। वह करीब 20 साल पहले मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी स्पीक एशिया का एक मामूली एजेंट था। जहां से उसने ठगी सीखी। उसके बाद उसने लखनऊ हजरतगंज के डालीबाग इलाके में स्थित ग्रैंड न्यू अपार्टमेंट में एक आफिस खोला।
जनवरी 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रियल स्टेट कंपनी शुरू की और ऑफिस गोमती नगर के आर स्क्वायर मॉल में बनाया। उसके पास एक इंच भी जमीन नहीं थी, लेकिन उसने राजधानी लखनऊ के आस-पास रियल एस्टेट प्रोजेक्ट का प्रचार-प्रसार के लिए खेतों में होर्डिंग लगाईं।
होर्डिंग लगाने की एवज में देता था 25 हजार…
किसानों को एक होर्डिंग लगाने के एवज में हर महीने 20 से 25 हजार रुपए देता था। किसानों की जमीन को अपना रियल स्टेट प्रोजेक्ट साइट बताकर लोगों से रुपए ठगता था। ठगी के मामले खुलने पर राशिद और उसके भाई आसिफ ने पहले गोमती नगर के दफ्तर आना बंद कर दिया। उसके बाद करीब 3 साल पहले शाइन सिटी कंपनी का ऑफिस बंद कर दुबई भाग गए।
शुरू में दिया फायदा बाद में की ठगी…
राशिद के खिलाफ मुकदमा लिखाने वाले निशातगंज की मीरा का कहना है कि उसने प्लाट में निवेश के नाम पर शुरू में जो स्कीम बताई, उसमें तो पैसे दिए, लेकिन बाद में रुपए देने में टाल-मटोल करने लगा। जिसके बाद पता चला की कंपनी फ्रॉड है।
लखनऊ में इन जगहों पर चल रही थी साइट…
- लखनऊ में बीकेटी में सीतापुर रोड पर पैराडाइज गार्डन
- मोहनलालगंज में नगराम रोड पर शाइन वैली
- न्यू जेल किसान पथ पर सॉलिटेयर सिटी
- न्यू जेल रोड पर ही जेवियर सिटी
- नगराम रोड पर समृद्धि गुल्लक
- किसान पथ पर नेचर वैली
- निगोहा में रायबरेली रोड पर रॉयल रेजिडेंसी
- बिजनौर रोड पर वेलवेट सिटी
- रायबरेली रोड पर टोल प्लाजा के पास वैदिक विहार और रॉयल रेजिडेंसी
- वाराणसी में काशियाना फेज़ वन, काशियाना फेज़ 2, काशियाना फेज़ थ्री, कुटुंब काशियाना,
- चंदौली इंडस्ट्रियल एरिया में चंद्रलोक काशियाना और चंद्रलोक काशियाना फेस 2
- रोहनिया में अराइज वेलवेट के अलावा एलीट काशियाना
- मिर्जापुर में माउंट हैवन
- विंध्यांचल में विंध्य आंगन
- गोरखपुर में शुभालय 1, शुभालय 2, शुभालय 3
- रायबरेली में शाइन रामनीया
- प्रतापगढ़ में करंट अर्बन
- सुल्तानपुर में सॉलिटेयर
- कानपुर के चौबेपुर में गैलेक्सी 1 गैलेक्सी 2, पोल स्टार सिटी 1, पोल स्टार सिटी 2, पोल स्टार 3, समृद्धि गुल्लक
- प्रयागराज में गौहनिया चौराहा पर जायर स्पार्क, समृद्धि गुल्लक फेस 1
- झांसी में सारस
- पटना में ताशी, ओमना
- सिवान में बहुलिया सिवान
- राजगीर में निसर्ग
- सासाराम में रिवर माउंट,
- गया में स्वर्ग भूमि,
- रायपुर में दक्ष,
- दुर्ग में नक्श,
- कोलकाता में टाटा कैंसर अस्पताल के पास शाइन ग्रीन पैराडाइज
- धनबाद में समृद्धि निवास और दरसी,
- हजारीबाग में मंधन,
- गोवाहटी में शाइन वैली
गीत ज्वेलरी कम्पनी खोलकर शुरू किया हीरा कारोबार…
राशिद ने गुजरात के एक कारोबारी के साथ मिलकर साल 2017 में हीरा कारोबार शुरू किया। उसने गीत ज्वेलरी नाम से कंपनी शुरू की। उसके ज्यादातर क्लाइंट कम्पनी के ही अधिकारी-कर्मचारी और एजेंट थे। इसके साथ ही जल क्रांति के स्लोगन के साथ अल्कलाइन वाटर कंपनी केम्फलो भी लांच की। शाइन केम्फलो नाम की यह कम्पनी अल्कलाइन वाटर प्योरिफायर सिस्टम और मशीन के अलावा अल्कलाइन वाटर पॉट्स, अल्कलाइन वाटर जग और बॉटल स्टिक बनाती थी।
राशिद ने खुद को बचाया, सिर्फ मोहरे गिरफ्तार…
राशिद नसीम ने पुलिस से बचने के लिए ही कंपनी के अधिकारियों-कर्मचारियों को वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजर जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रखा। प्लॉट की रजिस्ट्री पर इन्हीं अफसरों के दस्तखत होते थे। बाद में प्लॉट नहीं मिलता तो एफआईआर में दस्तखत करने वाले ही फंसते थे। इसका ही नतीजा है कि पुलिस अब तक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट अमिताभ श्रीवास्तव, ज्ञान प्रकाश के अलावा उत्तमा अग्रवाल, दीपक भारती, वशिष्ठ कुमार, विनय चौधरी समेत छोटे कर्मचारियों को ही गिरफ्तार कर पाई है।
पांच लाख का इनाम घोषित…
धोखाधड़ी के आरोपी शाइन सिटी ग्रुप ऑफ कंपनीज के सीएमडी राशिद नसीम पर सरकार ने 5 लाख लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। वहीं कंपनी के पांच प्रमुख अधिकारियों आशीष कनौजिया, नितिन जायसवाल, जसीम खां, अभिषेक यादव और मो. शाहिद पर भी 1-1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
शाइन सिटी के डायरेक्टर की करोड़ों की संपत्ति कुर्क…
राशिद नसीम की EOW और गोमतीनगर पुलिस ने करोड़ों की संपत्ति कुर्क की थी। कोर्ट के आदेश पर ईओडब्ल्यू, गोमतीनगर पुलिस और हजरतगंज पुलिस ने उसके डालीबाग स्थित ग्रेडियर अपरमेंट में स्थित फ्लैट के साथ करीब दो करोड़ की संपत्ति को सीज किया है।