न्याय की गुहार लगाते हुए उन्होंने एक घंटे तक रोड जाम किया। सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह से स्वजन को समझाया और मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद स्वजन वहां से हटे। वहीं, दूसरी ओर पुलिस ने घटना के दौरान शामिल दोनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।

आठ दिसंबर की सुबह इज्जतनगर के अदलखिया गांव के खेतों में एक शव पड़ा मिला। सोमवार शाम को बारादरी थाना क्षेत्र के आनंद बिहार कालोनी निवासी राजेश ने शव की शिनाख्त अपने भांजे सागर गंगवार के रूप में की। बताया कि सागर की मां मुंबई में अभिनेत्री हैं। टीवी सीरियल आदि में काम करती हैं।

शिनाख्त के बाद रात में ही राजेश और उनके स्वजन ने सागर के शव को अपने सुपुर्दगी में ले लिया। मंगलवार दोपहर स्वजन ने भुता बीसलपुर रोड पर सागर का शव रखकर जाम लगा दिया। आरोप था कि पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में लापरवाही कर खेल किया। राजेश ने बताया कि उनकी बहन सपना की शादी गोविंदपुर गांव में हुई थी। अभिनेत्री होने की वजह से वह मुंबई में ही रहती है। सागर जन्म से ही उनके साथ ही रहता था। शहर के एक स्कूल में कक्षा आठ का छात्रा था।

 

सात दिसंबर (शनिवार) को वह स्कूल से आया तो मुहल्ले का ही अनुज उसे बुलाकर ले गया। इसके बाद लौटकर नहीं आया। राजेश का आरोप है कि जब वह पूरी रात नहीं लौटा तो उन्होंने बारादरी थाने में आठ दिसंबर (रविवार) शिकायती पत्र दिया। पुलिस ने उस शिकायती पत्र पर कुछ भी नहीं किया, अगले दिन नौ दिसंबर (सोमवार) को जब वह थाने पहुंचे और अपनी शिकायत के बारे में पूछा तो पुलिस ने कहा कि उनकी तहरीर खो गई। राजेश का आरोप है कि इसके बाद पुलिस ने दूसरी तहरीर लिखवाकर अपने पास रख ली।

इसी बीच सोमवार शाम को जब राजेश को शव की शिनाख्त को बुलाया तो बारादरी पुलिस ने अपहरण की प्राथमिकी लिखी। आरोप लगाया कि शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया। पहले पुलिस ने इस मामले में ध्यान नहीं दिया। राजेश ने बताया कि वह पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी संतुष्ट नहीं है। पोस्टमार्टम में शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं बताए गए, जबकि भांजे के शरीर पर चोटों के कई निशान उन्होंने स्वयं देखे हैं। उन्होंने इसको लेकर उच्चाधिकारियों से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मजबूरी में उन्हें प्रदर्शन करना पड़ा।

आरोपित बोले सागर ने लिया था ड्रग्स, स्वजन बोले दिया गया…

पुलिस ने मुकदमे में आरोपित अनुज को हिरासत में लेकर पूछताछ की शुरू की तो उसने बताया कि वह आनंद बिहार कालोनी में ही रहता है। 12वीं की परीक्षा पास कर चुका है। मुहल्ले में क्रिकेट खेलने से उसकी सागर के साथ दोस्ती हो गई थी। सागर उसके यहां आकर नशा किया करता था। शनिवार को भी सागर उसके घर पर गया था। उसने बताया कि उसके कमरे में सागर ने ड्रग्स लिया और वहीं पर लेट गया।

जब कुछ देर बाद उसकी नाक और मुंह से खून आया तो वह घबरा गया। उसने दोस्त सनी को फोन किया। सनी कृष्णानगर कालोनी में रहता है। अनुज ने सनी से कहा कि उसकी मां की तबीयत खराब है उन्हें अस्पताल ले जाना होगा। सनी अपने मामा की कार लेकर आया। इसके बाद अनुज ने सागर को कार में बैठाया। रास्ते में अनुज ने सनी से कहा कि सागर की मृत्यु हो गई

तो दोनों डर गए।

उन्होंने अदलखिया गांव के पास उसका शव फेंक दिया। उधर, दूसरी ओर सागर के मामा राजेश का कहना है कि सागर किसी भी तरह का कोई नशा नहीं करता था। यदि वह ड्रग्स लेता या उसका आदि होता तो उसके मुंह और नाक से खून क्यों आता? उन्होंने पूरी कहानी पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए कहा कि उनके भांजे को पूरी योजना के तहत जबरन ड्रग्स देकर उसकी हत्या की गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हत्या से पहले उसके साथ मारपीट भी हुई थी।

सीसीटीवी फुटेज में भी अनुज संग जाते दिखा सागर…

राजेश ने बताया सागर के गायब होन के बाद उन्होंने मुहल्ले के ही सीसीटीवी फुटेज देखे तो वह अनुज के साथ जाते दिखाई दिया। घटना के बाद एक बार ही अनुज मुहल्ले में दिखाई दिया। सोमवार सुबह से वह गायब हो गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सागर के गायब होने की सूचना के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।

हत्या में तरमीम हुई अपहरण की प्राथमिकी…

शव मिलने और शिनाख्त होने के बाद बारादरी पुलिस ने सोमवार को अपहरण में दर्ज ही प्राथमिकी को हत्या में तरमीम कर दिया। पुलिस का कहना हैं कि इस मामले में सख्त से सख्त विवेचना की जाएगी। जो भी आरोपित इसमें शामिल मिलेंगे उन्हें कठोर सजा दिलाई जाएगी।

इस मामले में स्वजन की ओर से जो भी शिकायती पत्र दिया गया है। उसके आधार पर कार्रवाई प्राथमिकी लिखी गई और उसे हत्या के आरोप में तरमीम कर दिया गया है। आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।