महाकुंभ की चर्चित हर्षा रिछारिया ने संगम तट छोड़ने का लिया फैसला, फूट-फूटकर रो पड़ीं
महाकुंभ की वायरल सुंदरी हर्षा रिछारिया अब गहरी दुख में हैं और उन्होंने महाकुंभ छोड़ने का फैसला लिया है। कुछ संतों और मीडिया चैनलों पर आरोप लगाते हुए हर्षा ने कहा कि उन्हें महाकुंभ से बाहर करने के लिए इन लोगों ने दबाव डाला। हर्षा ने कहा, “मैं एक लड़की के रूप में धर्म को जानने और सनातन संस्कृति को समझने आई थी, लेकिन मुझे ऐसा महसूस हुआ कि मुझे यहां से जाने के लिए मजबूर किया गया। यह ऐसा कुंभ था जो जीवन में एक बार ही आता है, और मुझे यह अनुभव आप लोगों ने छीन लिया है।
हर्षा ने स्पष्ट किया कि महाकुंभ में जो कुछ भी हुआ, उसमें उनकी कोई गलती नहीं थी। वह पहले पूरी तरह से महाकुंभ में रहना चाहती थीं, लेकिन उनका नाम विवादों में घसीट लिया गया। फिलहाल, वह एक छोटे से टेंट के कॉटेज में रह रही हैं, और उन्होंने कहा कि यदि उन्हें दिनभर इस काटेज में ही रहना है, तो बेहतर होगा कि वह महाकुंभ छोड़ दें।
हर्षा ने पिछले हफ्ते निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में साधु संतों के साथ रथ पर सवार होकर महाकुंभ में प्रवेश किया था, जिसके बाद वह मीडिया में चर्चा का विषय बन गई थीं। उनकी तस्वीरें और वीडियो तेजी से वायरल हो गए थे, जिससे हर्षा महाकुंभ की सबसे चर्चित और सुंदर साध्वी के रूप में उभरीं। उनके इंस्टाग्राम फॉलोअर्स की संख्या तेजी से बढ़ी, लेकिन इसके बाद उनकी कुछ पुरानी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे, जिसमें उन्हें एंकर, होस्ट और एक्ट्रेस कहा गया। इस पर हर्षा ने स्पष्ट किया कि वह साध्वी बनने की राह पर हैं, लेकिन अभी पूरी तरह से साध्वी नहीं बनी हैं।
कुछ संतों ने उनके रथ पर बैठने को गलत परंपरा बताया और निरंजनी अखाड़े के खिलाफ हमले शुरू कर दिए। हर्षा ने कहा कि इस समय उनके गुरुदेव (कैलाशानंद गिरि) पर भी आरोप लगाए जा रहे हैं, और उन्हें अपनी पूरी इज्जत और सम्मान उनके गुरुदेव के साथ है। उन्होंने कहा, “मैं सभी साधु संतों का सम्मान करती हूं, लेकिन यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि महिलाओं के बारे में क्या बातें की जा रही हैं।”
हर्षा ने यह भी कहा कि कुछ मीडिया चैनल और कंटेंट क्रिएटर उन्हें गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “कुछ रिपोर्टर और चैनल मुझे मॉडल और एक्ट्रेस के रूप में दिखा रहे हैं, जबकि मैंने कभी मॉडलिंग नहीं की। इसी तरह कुछ लोग मुझे नाचने-गाने वाली भी बता रहे हैं।” हर्षा ने संत आनंद स्वरूप पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह खुद शादीशुदा होने के बावजूद दूसरों पर उंगली उठा रहे हैं।
हर्षा ने अंत में कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “अगर इस मामले में बात बढ़ी तो मैं उन सभी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगी, जिन्होंने मुझे और मेरे गुरुदेव के बारे में अभद्र बातें की हैं।”