आठ साल से फरार चल रहा बस लूट कांड का आरोपित गिरफ्तार, रिश्तेदारी में आया तो एसटीएफ ने दबोचा
संभल। 8 वर्ष पहले तीर्थ यात्रियों की बस में हुई लूट की घटना का आरोपित सरफराज गिरफ्तार हुआ है, उसे मेरठ एसटीएफ ने धर दबोचा है। आरोपित पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था। बताया जा रहा है कि आरोपित फरार होने के बाद नाम बदलकर 8 वर्षों से मेरठ में रह रहा था। आरोपित बहजोई अपने रिश्तेदारी में आया था। जिसकी सूचना मिलने पर एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार किया है।
बहजोई के काली मंदिर से 1 मार्च 2016 में अयोध्या चित्रकूट सहित कई तीर्थ स्थान पर बस गई थी। जिसमें तीन दर्जन से अधिक यात्री यात्रा कर रहे थे। जैसे ही बस से 24 मार्च को यात्री अपने घर वापस लौट रहे थे तो उनकी बस को एक स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार बदमाशों ने इस्लामनगर बहजोई मार्ग स्थित गांव वहापुर मिर्जापुर के बीच रोक लिया था। जिसमें आधा दर्जन बदमाश बस में प्रवेश कर गए थे। उन्होंने सबसे पहले बस के चालक और हेल्पर को तमंचे की नोक पर लेकर बस को रुकवा लिया था। बस में सवार यात्रियों के साथ लूटपाट की थी।
जिसमें आठ लोगों से 15 मोबाइल, सोने चांदी के आभूषण के अलावा 1 लाख से अधिक की लूटपाट की थी। इसका विरोध करने पर लोगों के साथ तमंचे से मारपीट भी की थी। पुलिस ने लूट का खुलासा कर चार आरोपियों को जेल भेजा था। इस घटना में 8 वर्षों से सरफराज फरार चल रहा था। जिस पर संभल पुलिस ने 25000 का इनाम घोषित कर रखा था। वह हिमायूंनगर थाना लिसाड़ी जनपद मेरठ का रहने वाला है। शनिवार को एसटीएफ मेरठ तथा बहजोई पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने बताया कि एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 25000 के इनामी लुटेरे को गिरफ्तार किया गया है। यह मेरठ में नाम बदलकर सलीम उर्फ शहाबुद्दीन की पहचान से रह रहा था। उसके खिलाफ कार्रवाई कर न्यायालय में पेश किया जाएगा।