15 दिन से लापता 8 साल के मासूम का कंकाल गेहूं के खेत से बरामद
शाहजहांपुर। परौर में 15 दिन से लापता बालक ऋतिक का कंकाल गांव से दो किलोमीटर दूर गेहूं के खेत में मिला है। कंकाल के पास लोअर और एक चड्डी पड़ी थी। मृतक बालक के परिवार वालों ने लोअर व चड्डी से पहचान की और कहा कि ऋतिक का कंकाल है। फॉरेसिंक टीम ने मौके पर जाकर जांच करके नमूने लिए। एसपी राजेश द्विवेदी और एएसपी ग्रामीण भंवरे दीक्षा अरुण ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। एसपी ने घटना के खुलासे के लिए एसओजी और थाना की दो टीमों को लगाया है।
परौर थाना क्षेत्र के गांव नारायण नगला निवासी अजय कुमार राठौर 23 मार्च की सुबह आठ बजे खेत पर गए थे। उनका 8 वर्षीय पुत्र ऋतिक सुबह साढ़े 10 बजे बकरी चराने के लिए गया था। बालक शाम तक घर नहीं लौटा तो परिवार वालों ने उसकी तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला था। अजय कुमार ने अपने बेटे की गुमशुदगी दर्ज करायी थी। पुलिस ने बाद में मुकदमा अपहरण में तरमीम कर दिया था। 26 मार्च को ऋतिक की शर्ट घर से 50 किलोमीटर दूर गोलागंज मेन तिराहे के पास मिली थी। पुलिस ने शर्ट को कब्जे में ले लिया था। एसपी राजेश द्विवेदी ने शर्ट मिलने पर मामले को गंभीरता से लिया था। उन्होंने बालक की बरामदगी के लिए एसओजी टीम समेत दो टीमों का गठन किया था। कई थानों की पुलिस ने कटरी क्षेंत्र में काबिंग की थी।
पुलिस ने तीन दिन पूर्व रामगंगा नदी में बालक की गोताखोरों से तलाश करायी थी, लेकिन ऋतिक का पता नहीं चला था। शनिवार की रात साढ़े 10 बजे अवध पाल अपने खेत में गेहूं की फसल कटवा रहे थे। पुलिस को सूचना मिली कि उनके खेत में एक बच्चे का कंकाल पड़ा है। प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार देर रात अजय कुमार को खेत पर ले गए। पुलिस ने देखा कि कंकाल पड़ा है और अलग-अलग टुकड़ों में है। कंकाल के पास एक लोअर और चड्डी पड़ी थी। अजय ने पुलिस को बताया कि लोअर व चड्डी उसके बेटे ऋतिक की है।
पिता अपने बेटे का कंकाल देखकर रो पड़ा। प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस अधिकारियों को सूचना दी। पुलिस लाइन से फॉरेसिंक टीम मौके पर पहुंची और जांच करके नमूने लिए। एसपी राजेश द्विवेदी, एएसपी ग्रामीण भंवरे और सीओ जलालाबाद अमित चौरसिया मौके पर पहुंची। एसपी ने घटना स्थल का निरीक्षण करने के बाद मृतक के पिता से जानकारी की। एसपी ने घटना के खुलासा के लिए एसओजी और दो टीमों को लगाया है।
कहीं प्रेमी-प्रेमिका में बीच ऋतिक रोड़ा तो नहीं बना था
परौर थाना क्षेत्र के गांव नरायण नगला निवासी अजय कुमार राठौर से एसओजी और थाना की दो टीमों ने पूछा था कि गांव में किसी से रंजिश तो नहीं है। उसने कहा कि उसकी गांव में किसी से रंजिश नहीं है। यदि रंजिश होती तो जरूर बताता, किसी को झूठा क्यों फंसा दे। पुलिस को ऋतिक की किडनेपिंग का कोई सबूत नहीं मिला था। उसकी शर्ट घर से कुछ दूरी पर मिली थी। पुलिस यह मानकर चल रही थी कि किसी की शरारत हो सकती है।
पुलिस अपह्त ऋतिक को हल्के पन में ले रही थी। शनिवार की देर रात गेहूं के खेत में उसका कंकाल और कपड़े मिले तो पुलिस के होश उड़ गए। उसका सिर, एक पैर मिला है। पुलिस और गांव वाले बाकी अंग को गेहूं के खेत में तलाश किया। लेकिन नहीं मिले। पुलिस अधिकारी आनन फानन में पहुंच गए और मौका मुआयना किया था। पुलिस ने मृतक के पिता और दादी संतोषा से दोबारा पूछताछ की। घटना के खुलासे के लिए एसओजी और थाना की दो टीमों को लगाया गया।
एसओजी ने अपने स्तर से छानबनी शुरू की। एसओजी ने गांव की एक किशोरी और चार युवकों को उठाया है। एसओजी किशोरी और युवकों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को कुछ क्लू मिले है। गांव में चर्चा है कि कहीं प्रेमी-प्रेमिका के बीच रोड़ा बनने पर उसकी हत्या तो नहीं की गयी है। ऋतिक ने शायद कह दिया होगा कि दोनों के घर पर शिकायत करेंगे। पुलिस कई बिन्दुओं पर जांच कर रही है। कंकाल को जांच के लिए मुरादाबाद भेजा जाएगा। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि घटना का शीघ्र खुलासा होगा।
नवरात्रि की खुशियां मातम में बदल गयी
अजय कुमार राठौर किसान है। उसके दो बेटे ऋतिक और अनुरोध है। उसका बेटा गांव में स्कूल में कक्षा एक पढ़ता था। ऋतिक का छोटा भाई डेढ़ साल का अनुरोध है। अजय की पत्नी किरन यह आस लगाए थे कि उसका बेटा वापस आ जाएगा। वह रोजाना अपने बेटे का इंतजार कर रही थी। उसे देर रात बेटे की मौत की खबर मिलने पर उसकी रात की नींद उड़ गयी। उसका रो-रोकर बुराहाल था। नवरात्रि की खुशियां मातम में बदल गयी।
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि ऋतिक का कंकाल गेहूं के खेत में मिला है। उसकी खोपड़ी, बाल, कुछ अंग बरामद हुए हैं। यह बालक कैसे गेहूं के खेत में पहुंचा और क्या घटना है। एसओजी और दो टीमें लगी हुई। घटना का शीघ्र अनावरण किया जाएगा।