कुंडल बेच प्रेमी को दिलाया पति को मारने के लिए तमंचा, कत्ल के बाद मेहरबान ने किया था ये काम,पुलिस ने किया खुलासा
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के किरतपुर में मोहल्ला अफगानान के फारुख की हत्या का खुलासा हो गया है। फारुख की हत्या उसकी पत्नी अमरीन ने अपने प्रेमी मेहरबान और उसके दोस्त से कराई थी। पुलिस ने बुधवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि अमरीन और मेहरबान के संबंधों में फारुख बाधक बन रहा था। हत्या के लिए तमंचा खरीदने को रुपयों की जरूरत पड़ी तो अमरीन ने अपने कानों के कुंडल मेहरबान को दे दिए। उसने अपने दोस्त उमर के साथ मिलकर फारुख की हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को तीनों का चालान कर दिया है।
सात साल पहले हुई थी फारुख और अमरीन की शादी
फारुख और अमरीन का निकाह सात साल पहले हुआ था। करीब पांच साल पहले अमरीन के जीवन में पड़ोस के मेहरबान की एंट्री हुई। मेहरबान, फारूख का रिश्ते का भांजा है। फारूख टाटा मैजिक चलाता था। वह अक्सर काम के सिलसिले में रात को बाहर रहता था। पति को उनके रिश्ते की भनक लगी तो दोनों में झगड़ा रहने लगा।
कुंडल बेचकर प्रेमी को दिलाया तमंचा
पुलिस के अनुसार इससे तंग आकर अमरीन ने पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। अमरीन से मिले कुंडल बेचकर मेहरबान ने करीब छह दिन पहले 315 बोर का तमंचा खरीदा। इसके बाद अपने दोस्त उमर को भी साथ ले लिया। दोनों 28 अप्रैल की शाम छह बजे फारुख को बाइक से असगरपुर के जंगल में ले गए। पहले तीनों ने शराब पी और अंधेरा होने पर मेहरबान की गोली मारकर हत्या कर दी।एएसपी सिटी संजीव बाजपेई ने बताया कि अमरीन ने ही फारुख की हत्या की साजिश रची थी। मेहरबान और उमर हत्या करने में शामिल रहे। दोनों को मंगलवार की शाम मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था। मेहरबान के पैर में गोली लगी है।
व्हाट्स एप कॉल कर बताया कर दिया काम तमाम
फारूख की हत्या करने के बाद मेहरबान ने मौके से ही अमरीन को व्हाट्सएप कॉल की। उसने कॉल पर बताया था कि फारुख का काम तमाम कर दिया गया है। पुलिस ने हत्या में शामिल मेहरबान और उमर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया तो अमरीन के साजिश में शामिल होने का खुलासा हुआ। पुलिस की पूछताछ में अमरीन ने बताया कि निकाह के बाद फारूख सऊदी चला गया था। इस दौरान मेहरबान से उसकी नजदीकियां बढ़ गईं।
तीन साल पहले फारूख सऊदी से लौटा तो उसे दोनों के रिश्ते की भनक लग गई और वह सऊदी वापस नहीं गया। वह यहीं रहकर टाटा मैजिक चलाने लगा। इसके बावजूद पत्नी और मेहरबान के रिश्ते जारी रहे। हत्या वाले दिन अमरीन घर पर बेचैनी से सूचना मिलने का इंतजार कर रही थी।
दादा-दादी के सहारे रह गए दो बच्चे
अमरीन और फारुख की चार साल की बेटी और दो साल का बेटा है। फारुख अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसकी हत्या के बाद अमरीन भी गिरफ्तार हो गई। अब दोनों बच्चों के लिए बूढ़े दादा-दादी ही सहारा बचे हैं।
प्रेमी को देती थी महंगे गिफ्ट
पुलिस के अनुसार, अमरीन, मेहरबान को अक्सर महंगे गिफ्ट देती रहती थी। उसने मेहरबान को सोने की एक अंगूठी भी गिफ्ट दी थी। मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए मेहरबान के हाथ से यह अंगूठी बरामद हुई है।