प्रयागराज में लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर में अचानक पहुंची आर्मी, बंद करवाया निर्माण कार्य, लेकिन क्यों
प्रयागराज में बंधवा के लेटे बड़े हनुमान जी मंदिर कॉरिडोर का निर्माण काम सेना ने बंद करा दिया। आर्मी के आधा दर्ज जवान अचानक मंदिर परिसर में पहुंचे और निर्माण काम बंद करा दिया। साइट पर मौजूद कारीगरों को जवानों ने बिना अनुमति के दोबारा कॉरिडोर का निर्माण न करने की भी हिदायत दी। दरअसल, महाकुंभ के समय मंदिर कॉरिडोर फेज वन का काम पूरा हो चुका था। महाकुंभ बीतने के बाद फेज 2 का काम शुरू होना था लेकिन सेना ने काम को रुकवा दिया है।
आखिर क्या है इसके पीछे की वजह…
जहां विवाद है वहां मंदिर है। मंदिर के बगल में मुगल कालीन किला बना हुआ है। उस किला पर सेना का अधिकार है। हनुमान मन्दिर भी किला से सटा हुआ है और इससे यह साबित हो रहा है कि मंदिर परिसर की जमीन सेना की है। दूसरी तरफ फेज 2 के निर्माण कार्य मे कोई गड़बड़ी होती तो उस पर रोक लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी की टीम जाकर के वहां पर निर्माण कार्य रोकती लेकिन सेना को उतर के निर्माण कर रोकना पड़ा।
बताया जा रहा है कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण और सेना के बीच में जमीन को लेकर एक समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत पीडीए खरा नहीं उतरा। इस वजह से सेना के जवानों को ग्राउंड पर पहुंचकर निर्माण कार्य को रोकना पड़ा। सेना के आधा दर्जन से अधिक जवान बुधवार दोपहर 12 बजे के आसपास मंदिर परिसर पहुंचे थे। उन्होंने निर्माण कार्य बंद कराया। बताया गया कि जमीन को लेकर सेना और पीडीए के बीच हुए समझौते में हो रही देरी के कारण कार्य ठप कराया गया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अधिकारियों और सेना के उच्च अधिकारियों के बीच हुई बातचीत फेल हो गई। पीडीए की ओर से 32 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च करके संगम क्षेत्र में लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कराया जा रहा है।
कॉरिडोर की निर्माण में सेना की जमीन आ रही है। इसके बदले में सेना को नेहरू पार्क के पास जमीन देने पर समझौता हुआ है। अभी तक पीडीए की ओर से सेना को जमीन बदले मे नहीं दी गई है। महाकुंभ के पहले लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर के प्रथम फेज का निर्माण प्रयागराज विकास प्राधिकरण की ओर से लगभग पूरा किया जा चुका है। फिनिशिंग का काम चल रहा है जिसे बंद कराया गया है। दूसरे फेज के निर्माण में मंदिर के गर्भगृह और विशाल मंडप का निर्माण होना है।
पीडीए सचिव अजीत सिंह ने बताया, ‘लेटे हनुमान मंदिर कॉरिडोर के निर्माण को सेना की ओर से बंद कराया गया है। सेना के उच्च अधिकारियों से बातचीत चल रही है। जल्द ही आपसी सहमति से निर्माण शुरू हो जाएगा। जमीन के अदला-बदली की प्रक्रिया अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। समझौते के अनुसार नेहरू पार्क के पास जल्द से जल्द सेना को जमीन दे दी जाएगी।
जब न्यूज़ 18 का कैमरा हनुमान मन्दिर की फेज 2 के काम की पड़ताल करने पहुंचा तो पता चला जिस निर्माण कार्य को करने के लिए 100 से अधिक कर्मचारी और मजदूर लगे रहते थे, वहां अब सन्नाटा पसरा हुआ है। मौके पर एक प्रोजेक्ट मैनेजर और 3 इंजीनियर सुपरवाइजर मौजूद थे. प्रोजेक्ट मैनेजर का कहना कि हम लोग ऊपर से आए ऑर्डर को फॉलो करते हैं। अभी काम बंद के ऑर्डर मिले हैं। जैसे वापस काम चालू करने के ऑर्डर मिलेंगे, काम शुरू हो जाएगा।