लोन न लेना पड़े इसलिए कराया दिव्यांग का इंश्योरेंस, फिर हत्या करा हड़प ली राशि… संभल में बीमा क्लेम गैंग का भंडाफोड़
उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसे जानकर आप भी सोचने को मजबूर हो जाएंगे। यहां दिव्यांग व्यक्ति के नाम पर पहले बीमा करवाया गया और फिर उसे मार दिया गया और 15 लाख रुपये बीमा का हड़प लिया गया।
आइए जानते हैं कि पूरे मामले का खुलासा कैसे हुआ?
अंतिम सांस ले रहे और मृत लोगों की बीमा पॉलिसी क्लेम करके धनराशि हड़पने वाले एक गैंग का संभल पुलिस ने खुलासा किया है। जिसके अनुसार दो सगे भाइयों ने 50 लाख रुपए के इंश्योरेंस पॉलिसियों का क्लेम हड़पने के लिए दरियाब नामक दिव्यांग व्यक्ति की गाड़ी चढ़वाकर हत्या करा दी। इसके बाद क्लेम करके 15 लाख रुपये भी हड़प लिए। हालांकि, मामले में दिव्यांग व्यक्ति के क्लोज रिश्तेदारों द्वारा जब अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया, तो पूरा खुलासा हो गया।
घर से 27 किलोमीटर दूर कराई थी हत्या
मामले की जांच में जुटी पुलिस ने पहले तो साक्ष्य न मिलने पर एफआर लगा दी। हालांकि, 4 महीने बाद टाटा की एक लोन कंपनी ने पुलिस को सूचना दी कि दरियाब नामक व्यक्ति के नाम से बीमा का क्लेम मांगा जा रहा है। मामला संदिग्ध लग रहा है। कृपया मामले की जांच कराई जाए। जिसके बाद पुलिस टीम ने मामले की जांच शुरू की। जांच में पाया कि दिव्यांग दरियाब की हत्या घर से 27 किलोमीटर दूर हुई थी।
ऐसे में सवाल उठा कि जब जो व्यक्ति चल नहीं सकता है तो वह कैसे घर से 27 किलोमीटर दूर पहुंचा और एक्सीडेंट हुआ। इस मामले में पुलिस ने जब जांच शुरू की और शक के दायरे में आने वाले व्यक्तियों से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया। जांच में सामने आया कि दिव्यांग दरियाब पर हरिओम और बिनोद नाम के दो सगे भाइयों ने अक्टूबर-2023 से कई बीमा करवाना शुरू कर दिया थ। क्योंकि दोनों को पैसों की जरूरत थी।
बीमा एजेंट ने बताया था प्लान
बीमा करवाने की सलाह पंकज राघव नामक शख्स ने दी थी। पंकज राघव एक्सिस बैंक में मैक्स लाइफ बीमा एजेंट है। राघव ने दोनों भाइयों को अच्छा सिविल स्कोर नहीं होने की वजह से लोन देने से मना कर दिया था। साथ ही उसने बताया कि एक दिव्यांग व्यक्ति जो मरणासन्न अवस्था में है, उसका बीमा करवाइए और बाद में उसे मार दीजिए। आपको बीमा क्लेम मिल जाएगा और लोन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
इसके बाद हरिओम द्वारा दिव्यांग व्यक्ति पर एक साल के भीतर कई बीमा करवाया गया और फिर उसकी हत्या करवा दी गई। हरिओम और उसके भाई ने दिव्यांग को मारने के लिए प्रताप नामक व्यक्ति को 50 हजार रुपये की सुपारी दी थी और उससे कार चढ़ाकर मारने को कहा था। हत्या के बाद हरिओम और उसके भाई ने दिव्यांग व्यक्ति के नाम पर कराए गए कुल 50 लाख से अधिक के कई बीमा में से 15 रुपये की राशि हड़प ली थी।
मामले में अब तक गैंग से जुड़े 25 लोग गिरफ्तार
बची हुई राशि दोनों को नहीं मिल पाई थी। जांच के बाद पुलिस अब तक गैंग से जुड़े 25 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गैंग में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। मामले की विस्तृत जांच के लिए एक एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस टीम अन्य प्रदेशों में इस गैंग से जुड़े लोगों की जांच करवा रही है। पुलिस का दावा है कि इस तरह के केसों का खुलासा अन्य राज्यों में भी हो सकता है।