अब तक की गई जांच के आधार पर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह आतंकी हमला नहीं है- एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार उत्तरप्रदेशगोरखपुर सुप्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में जिस योजनाबद्ध तरीके से मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिस और पीएसी के जवानों पर हमला किया गया, वह किसी आतंकी घटना से कम नहीं है By Ramesh Tiwari Rajdar Last updated Apr 4, 2022 662 अब तक की गई जांच के आधार पर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह आतंकी हमला नहीं है-एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार… गोरखपुर। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही बहुत से लोगों के सीने पर साँप लोटने शुरू हो गए हैं। गोरखपुर मंदिर में घटित घटना उसी का उदाहरण है। कभी-कभी कल्पना से परे ऐसी घटना घटित हो जाया करती है तो विवश होकर सोचना पड़ता है कि सभी समाज में पढ़े लिखे युवा वर्ग किस मुगालते में जी रहा है ? गोरखपुर मंदिर की घटना के बाद उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा है कि गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में रविवार की शाम हुए हमले को लेकर अब तक जो भी दस्तावेज मिले हैं,वह बेहद सनसनीखेज हैं। अब तक की गई जांच के आधार पर इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि यह आतंकी हमला नहीं है। उधर एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमला नाकाम करने वाले पुलिसकर्मियों के लिए 500000 के नगद इनाम की घोषणा की है। गोरखनाथ मंदिर में पुलिस के जवानों पर जो हमला किया गया है, वह पूरी तरह से साजिश का हिस्सा है, जिस योजनाबद्ध तरीके से मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिस और पीएसी के जवानों पर हमले को आतंकी घटना ही कहा जा सकता है- एसीएस होम अवनीश अवस्थी… घटना के बाद अधिकृत रूप से सोमवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कहा है कि रविवार की शाम गोरखपुर के सुप्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में पुलिस और पीएसी पर हुए हमले को लेकर पुलिस की जांच में अभी तक जो भी दस्तावेज मिले हैं वह बेहद सनसनीखेज है। हमले का ब्यौरा देते हुए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा है कि अभी तक की गई जांच के आधार पर इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता है कि गोरखनाथ मंदिर में हुआ हमला आतंकी हमला नहीं है। उधर एसीएस होम अवनीश अवस्थी ने कहा है कि गोरखनाथ मंदिर में पुलिस के जवानों पर जो हमला किया गया है,वह पूरी तरह से साजिश का हिस्सा है। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक में यह घटना को अंजाम दिया गया। चूँकि हमलावर के इरादे ठीक नहीं दिखे। मंदिर की सुरक्षा में लगे जवानों की बदौलत बड़ी वारदात को सफल होने से रोका जा सका,नहीं तो स्थिति आज दूसरी नजर आती। सुप्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में जिस योजनाबद्ध तरीके से मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिस और पीएसी के जवानों पर हमला किया गया,वह किसी आतंकी घटना से कम नहीं है। उन्होंने कहा है कि इस पूरी घटना की जांच यूपीएटीएस को सौंप दी गई है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि यूपीएटीएस एवं यूपीएसटीएफ एक साथ मिलकर इस घटना के खुलासे के लिये आपस में मिलकर काम करेंगे। जिन तीन जवानों गोपाल गौड, अनिल पासवान एवं अनुराग राजपूत जिन्होंने घटना को विफल किया है, उन्हें 500000 रूपये के नकद इनाम देने की सीएम की ओर से घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि पकड़े गए हमलावर के लैपटॉप एवं मोबाइल में जो भी जानकारी मिली है, उसकी गंभीरता से जांच की जाए। जरूरत पड़ने पर प्रदेश के बाहर से भी हमलावर के विरुद्ध साक्ष्य जुटाए जाएंगे। सूबे में मिले नए जनादेश के बाद प्रदेश में बनी योगी सरकार-2 भी पूरे मनोयोग से कार्य कर रही है। जब राजनीतिक दलों के सुप्रीमों और उनके नेताओं के इरादे फेल हो गए तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जलन रखने वाले लोग अब नए-नए तरीके अपनाकर योगी सरकार को विफल करने की रणनीति तैयार करने में लग चुके हैं। गोरखपुर के सुप्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर की घटना से योगी सरकार को सबक लेना चाहिए। अपराध 662 Share