भाजपा नेता सुनील गोयल के जिंजर रेस्टोरेंट के सामने कार पार्किंग को लेकर जमकर मारपीट हुई है, मारपीट
प्रतापगढ़। कोतवाली नगर स्थित बाबागंज में भाजपा नेता सुनील गोयल ने बहुत मशक्कत के बाद अपने आग लगे हुए होटल में फिर से होटल का ब्यवसाय शुरू किया और उसके लिए उन्होंने वर्ष-2017 सत्ताधारी दल भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। सांडा का तेल लगाकर भाजपा संगठन प्रतापगढ़ में ब्यापार प्रकोष्ठ का जिला संयोजक बन गए और होटल का धंधा फिर से शुरू कर दिया और इस बार सुनील गोयल अपने होटल पर अपने बड़े बेटे को बैठाने का फैसला लिया। परन्तु पूर्व बदनाम शुदा होटल गोयल रेजीडेंसी में आग लगने से 10 लोगों की मौत और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो जाने की घटना के बाद वह बिल्डिंग भुतही दिखने लगी और आयदिन कोई न कोई घटना न चाहते हुए भी घटित होने लगी। एंटीरोमियो प्रभारी महिला दरोगा से दीपावली के समय रेड डालने पर भाजपा नेता सुनील गोयल ने जमकर विवाद किया था और उसकी वर्दी तक उतरवा लेने की धमकी दी थी। सुनील गोयल और उनके ब्यवसायिक प्रतिष्ठानों का विवादों से पुराना नाता रहा है। विवाद करना सुनील गोयल की आदत बन चुकी है। विवाद और मारपीट करना सुनील गोयल की नियति बन चुकी है।
आज शाम को जिंजर रेस्टोरेंट के सामने जब अचानक मारपीट शुरू हुई तो लोग थोड़ी देर तक कुछ समझ ही न सके। पहले तो लोग समझे की किसी महिला से रेस्टोरेंट के अंदर कोई विवाद हुआ, उसे लेकर यह मारपीट शुरू हुई। परन्तु बाद में होटल के स्टाफ ने मामले को दूसरा रूप देते हुए गाड़ी पार्किंग का विवाद बताकर मारपीट करने लगे। थोड़ी ही देर में राष्ट्रीय राजमार्ग ठहर सा गया और लोग तमाशबीनों की तरह मारपीट का नजारा देखते रहे। घंटों तक जिंजर रेस्टोरेंट के सामने दबंगों का हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। प्रयागराज-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो पक्षों में दौड़ा-दौड़ा कर मारपीट होने से घंटों तक जाम लगा रहा और राहगीर फंसे रहे। जिंजर रेस्टोरेंट के गार्ड और कर्मचारी से गाड़ी खड़ी करने को लेकर गाली गलौज के बाद मारपीट की घटना हुई। चंद कदम की दूरी पर स्थित कोतवाली नगर की पुलिस को जैसे ही सूचना मिली वह बिना देर किये जिंजर रेस्टोरेंट पर पहुंची गई और राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुंडई कर रहे जिंजर रेस्टोरेंट कर्मचारियों और कार सवार युवकों को मारते हुए कोतवाली उठा लाई।
कोतवाली लाने के बाद प्रभारी कोतवाल और अन्य पुलिसकर्मी उन सभी को कोतवाली के अंदर बने प्रसाद कक्ष में ले गए। दोनों पक्षों को चटनी वाला प्रसाद वितरित किया गया। प्रसाद वितरण चल ही रहा था कि हाँफते हुए भाजपा नेता सुनील गोयल भी अपने सुबह शाम कोतवाली आने-जाने वाले अधिवक्ता के साथ कोतवाली नगर में दाखिल हुए और बीच बचाव करने लगे। तब तक क्षेत्राधिकारी नगर अभय कुमार पाण्डेय भी कोतवाली पहुँच गए। सीओ सिटी के पहुँचते ही दोनों पक्षों की महापंचायत शुरू हुई। सीओ सिटी ने हकीकत खंगालने के लिए जिंजर रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे के रिकार्ड को चेक कराया तो पता चला कि वहां तो कुछ रिकार्ड ही नहीं हुआ है। इससे तो लगता है कि जिंजर रेस्टोरेंट के स्टाफ जानबूझकर कैमरे को बंद कर यह मारपीट किये हैं। जिंजर रेस्टोरेंट के स्टाफ पहले से प्री प्लान में यह मारपीट किये हैं,ऐसा प्रतीत होता है। यदि जिंजर रेस्टोरेंट में लगा कैमरा मारपीट की घटना को रिकार्ड न कर सका तो सवाल तो उठेगा ही कि कहीं यह मारपीट पूर्व नियोजित तो नहीं थी।
भाजपा नेता सुनील गोयल और उसका बड़ा बेटा सत्यम गोयल ने पुराने होटल गोयल रेजीडेंसी और आर्यन रेस्टोरेंट का नाम बदलकर जिंजर रेस्टोरेंट और सत्यम होटल के नाम से होटल के धंधे की पुनः शुरुआत किये। होटल के संचालन में सुनील गोयल को बहुत पापड़ बेलने पड़े। परन्तु होटल में काम करने वाले स्टाफ को शायद इस बात का अंदाजा नहीं है। तभी तो आज शाम को रेस्टोरेंट जिंजर के सामने एक चार पहिया वाहन की पार्किंग को लेकर कार सवार युवकों और होटल के कुक और गार्ड के बीच विवाद होने लगा। पार्किंग करने वाले कार सवार युवकों से विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में पहले तो गाली गलौज शुरू हुई जो कुछ ही देर में मारपीट में तब्दील हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार होटल के स्टाफ यह कहते हुए कार सवार युवकों को दौड़ा-दौड़ा कर पीट रहे थे कि यह अन्डू झंडू बनिया का होटल नहीं है। यह भाजपा नेता सुनील गोयल का होटल है। सत्ताधारी दल के नेता के होटल पर कार पार्किंग करोगे तो ऐसे ही लतियाये जाओगे। क्या वास्तव में सुनील गोयल भाजपा के इतने बड़े नेता हो गए हैं कि वह किसी भी ब्यक्ति को अपने आदमियों से सरेराह ऐसे ही दौड़ा दौड़ा कर पिटवायेंगे ? आखिर सुनील गोयल को भाजपा में किसका संरक्षण मिला हुआ है ? फिलहाल सुनील गोयल जैसे लोग ही भाजपा का सत्यानाश करेंगे।