डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का मनपसंदीदा मंत्रालय लोक निर्माण विभाग को छीनकर कांग्रेस से आयातित नेता जितिन प्रसाद को दिया गया था, उत्तर प्रदेश का भारी भरकम मंत्रालय पीडब्लूडी
योगी-02 कार्यकाल के सौ दिन बीत जाने और तवादला नीति में ब्यापक पैमाने पर गड़बड़ी होने के पीछे कौन कर रहा लोक निर्माण विभाग में साजिश…???
लखनऊ। यूपी में तबादला विवाद चर्चा में है और विपक्ष सरकार को घेर रहा है। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद का कहना है कि पीएम मोदी और सीएम योगी की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति है। अगर विभाग में कोई गड़बड़ी होती है तो सरकार ठोस कदम उठाएगी। योगी सरकार की ईमानदार छवि को धूमिल करने के पीछे कुछ अफसर कार्य कर रहे हैं, उन्हें चिन्हित किया जा चुका है और उन पर सीएम योगी द्वारा एक्शन भी लिया जाने लगा है। यह चिंता का विषय है कि अफसर सरकार की नीतियों को दरकिनार अपनी मनमानी कर सरकार को ही बदनाम करने पर आमादा हैं।
लोक निर्माण विभाग सहित किसी भी विभाग में यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जहां जरूरत महसूस होगी,वहां बदलाव भी किए जाएंगे। सारे प्रकरण स्वयं मुख्यमंत्री के संज्ञान में है और वह निष्पक्षता के साथ कार्यवाही करने में पीछे नहीं हटेंगे, ऐसा हमारा उनके प्रति विश्वास है। रहा सवाल मेरी नाराज होने की तो ऐसी कोई बात नहीं है। मैं नाराज नहीं हूँ। कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद का कहना है कि जहां तक उनके विभाग में तबादलों की बात है तो अराजकता होने पर बदलाव किया जाएगा। जीरो टॉलरेंस नीति के तहत आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। चिंता का कोई सवाल ही नहीं है। हम लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में काम कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या मंत्री जितिन प्रसाद नाराज हैं और केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि जहां तक केंद्रीय नेताओं से मिलने की बात है तो जब भी हमें समय मिलता है, हम उनसे मिलते हैं। मेरी अभी मिलने की कोई योजना नहीं है।