योगी के मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे के बाद भाजपा के एक विधायक का भी पत्र हुआ सोशल मीडिया पर वायरल
लखनऊ। अभी योगी के राज्यमंत्री दिनेश खटीक का लेटर बम की आवाज खत्म भी नहीं हो पाई थी कि भाजपा के एक और विधायक का पत्र वायरल हो रहा है। ये पत्र उन्नाव जिले की सफीपुर विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक बंबा लाल दिवाकर का है। विधायक ने अधिशासी अभियंता अवनीश चंद्र अनुरागी पर असंसदीय भाषा का प्रयोग और अपमानित करने का आरोप लगाया है। इस पत्र में अधिशासी अभियंता के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
उन्नाव के डीएम को लिखे गए पत्र में विधायक ने कहा है कि क्षेत्र में लोगों की बार-बार शिकायत आ रही थी कि ट्रांसफार्मर खराब हो रहे हैं।इसके लिए मैंने अधिशासी अभिंयता को फोन किया। अधिशासी अभियंता ने कई घंटों तक मेरे फोन का जवाब नहीं दिया। उन्होंने जब मेरा फोन उठाया तो कहा कि क्या आप बिजली की समस्या के लिए ही विधायक बने हैं। अधिशासी अभियंता ने कहा कि मैं कोई लाइनमैन थोड़ी हूं जो आप मुझे बार-बार कॉल कर रहे हैं। अधिशासी अभियंता ने मेरे अधिकारों का हनन किया है। जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया गया है, वह अनुचित है। इसके लिए अधिशासी अभियंता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। विधायक ने कहा कि अधिशासी अभियंता ने जनप्रतिनिधि के साथ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया है। वह अपने दायित्वों का निर्वहन करने में अक्षम प्रतीत हो रहे हैं। ऐसे में जनहित से जुड़े काम करने में दिक्कत हो रही है।
बता दें कि योगी सरकार में जल संसाधन राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने गृह मंत्री अमित शाह को अपना इस्तीफा भेजा है। दिनेश खटीक ने ये कहते हुए पद छोड़ा है कि वह दलित हैं, इसलिए उन्हें नजरअंदाज किया गया है। दिनेश खटीक ने अपने पत्र में लिखा कि कि मैं दलित समाज से हूं। इसलिए मेरी अनदेखी की गई। नमामि गंगा और हर घर जल योजना में नियमों की अनदेखी हो रही है। साथ ही ट्रांसफर और पोस्टिंग में जमकर रिश्वत लिया गया जो भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। मैं दलित समाज से हूं। इसलिए मेरी बात नहीं सुनी जाती है। मेरी अनदेखी से दलित समाज आहत है। मेरा कोई मंत्री के तौर पर अस्तित्व नहीं है। मेरे लिए राज्य मंत्री के तौर पर काम करना दलित समाज के लिए बेकार है। न मुझे बैठक में बुलाया जाता है न ही मुझे मेरे मंत्रालय में हो रहे कार्यों के बारे में बताया जाता है। मैं आहत होकर अपना त्यागपत्र दे रहा हूं। दिनेश खटीक मामले में सूत्रों के हवाले से ताजा जानकारी आई है कि बुधवार देर शाम जेपी नड्डा और दिनेश खटीक के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान दिनेश खटीक ने इस्तीफे की वजह सरकार में की जा रही अनदेखी को बताया है। दिनेश खटीक ने दलित विरोधी राजनीति का भी आरोप लगाया है।