भाजपा नेत्री के अथक प्रयास और पुलिस अधीक्षक के कई बार कड़े निर्देश के बाद खनन माफिया महेश मिश्र की आज हो गई गिरफ्तारी
बड़ी जद्दोजहद के बाद प्रतापगढ़ के कोतवाली नगर में अपराध संख्या- 0538/2022 धारा-147, 149, 323, 504, 506, 307, 395, 352, 427 के तहत दर्ज हो सका था, मुकदमा…!!!
प्रतापगढ़। जानलेवा हमले और डकैती जैसे गंभीर आपराधिक मामले में सूबे के दोनों डिप्टी सीएम और प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता कई बार SP प्रतापगढ़ को गिरफ्तारी करने के लिए निर्देशित किया, परन्तु कोतवाली नगर की पुलिस पर अपने कप्तान का आदेश भी बौना साबित हुआ, परन्तु पीड़िता संगीता गुप्ता जो भाजपा महिला विंग में नगर अध्यक्ष हैं, उन्होंने हार नहीं मानी और अपने पति संतोष गुप्ता के ऊपर कातिलाना हमले के आरोपियों को जेल भेजवाने के लिए लगातार पुलिस अधीक्षक से मिलती रही। जिसका परिणाम यह रहा कि आज चोटहिल संतोष गुप्ता स्वयं चिलबिला चौकी इंचार्ज को जानलेवा हमला और डकैती के आरोपी को गिरफ्तार कराने में मदद की तब जाकर खनन माफिया महेश मिश्र की गिरफ्तारी हो सकी।
भाजपा नेत्री संगीता गुप्ता का आरोप है कि नगर कोतवाल सत्येन्द्र सिंह जब कंधई में थानाध्यक्ष के पद पर तैनात रहे तो उस दौरान खनन माफिया महेश मिश्र से उनकी नजदीकियां थी, क्योंकि बिना थाना के इंचार्ज को रिश्वत खिलाये खनन का कार्य हो ही नहीं सकता। इसलिए नगर कोतवाल सत्येन्द्र सिंह खनन माफिया जो जानलेवा हमले और डकैती करने जैसे गंभीर अपराध का आरोपी है, उसे वह अभी तक बचा रहे थे। कप्तान साहेब के दबाव में आज महेश महेश मिश्र की गिरफ्तारी हुई है। देखना है कि कल जिस तरह उसके भाई विष्णु मिश्र जो जानलेवा हमले और डकैती के अपराध में सहभियुक्त है, उसे भी गिरफ्तार तो किया गया था, परन्तु पुलिसिया नौटंकी करके उसे 151 शांति भंग के अंदेशा में चालान करके छोड़ दिया गया। यानि पुलिस मेहरबान तो क्या करेंगे कप्तान…???