पूर्व विधायक बाहुबली मुख्तार अंसारी के करीबी गणेश दत्त मिश्रा ने ईडी की छापेमारी को लेकर लगाया बड़ा आरोप,कही ये बात
गाजीपुर। दो दिन पहले जरायम की दुनिया का बेताज बादशाह मऊ के पूर्व विधायक बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के करीबियों पर और उनके पैतृक आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की थी। ये छापेमारी 14 घंटे चली थी। मुख्तार के करीबियों में से एक नाम गणेश दत्त मिश्र का भी है। गणेश ने ईडी की छापेमारी को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि ईडी को छापेमारी में कुछ नहीं मिला है। इस कार्रवाई में ईडी डालीबाग इलाके में मेरे द्वारा खरीदी गई प्रॉपर्टी के पेपर लेकर गई है। जिसे कुछ सालों के बाद बेच भी दिया गया है। इसके अलावा ईडी को कुछ और नहीं मिला है। ईडी की कार्रवाई को लेकर बड़ा आरोप गणेश दत्त मिश्र मुख्तार अंसारी के करीबियों में आता है, उसका प्रॉपर्टी डीलिंग का काम है। मुख्तार का करीबी होने की वजह से अब तक गाजीपुर और मऊ में उसकी करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क या ध्वस्तीकरण किया जा चुका है। गणेश मिश्र ने आरोप लगाया कि ये कार्रवाई दिल्ली से एक सांसद के द्वारा कराई जा रही है, जो 2024 का चुनाव गाजीपुर से लड़ने वाले हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुझे और मेरे व्यवसाय को कमजोर करने के लिए इस तरह की कार्रवाई कराई जा रही है।
गणेश दत्त मिश्र ने कहा कि मेरे ऊपर कोई आपराधिक मामला भी नहीं है और ना ही मैं कहीं अपराध से जुड़ा हुआ हूं। उन्होंने कहा कि मुख्तार अंसारी से भी उनका कोई संबंध नहीं है। अगर मैं मुख्तार का करीबी होता तो अब तक अफजाल अंसारी 500 से ऊपर बयान दे चुके होंगे किसी भी बयान में उन्होंने मेरा नाम तक नहीं लिया है। गणेश दत्त मिश्र ने आगे कहा कि मेरा संबंध समाजवादी पार्टी से नहीं बल्कि सपा मुखिया अखिलेश यादव से है, लेकिन उन्होंने भी एक बार भी किसी बयान में मेरा नाम नहीं लिया है। एक बार भी उन्होंने ये नहीं कहा कि हमारे आदमी पर कार्रवाई क्यों की जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने हमारा साथ दिया तो वो सतीश चंद्र मिश्रा हैं, जिन्होंने मुझे न जानते हुए भी मेरा नाम मंच से लिया। गणेश दत्त मिश्र ने आरोप लगाया कि मऊ में हमारे नाम पर किसी दूसरे का प्लॉट गिरा कर उसे नष्ट किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने फिर से दोहराया कि 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से लड़ने वाले सांसद है। उनके इशारे पर यह कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि खुद ईडी के लोगों का कहना है कि वो इस कार्रवाई को करने के लिए मजबूर हैं।