इधर पुलिस कर्मी मोबाइल देखने में रहे व्यस्त उधर हत्यारोपी कैदी अस्पताल से हुआ फरार पुलिसकर्मीयों में मचा हडकंप
वाराणसी। लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में टीबी का इलाज कराने आया हत्या का आरोपित कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। चर्चा यह है कि आरोपित पर निगाह रखने वाले दो सिपाही कर्मी मोबाइल देखने में मशगूल थे। सोचनीय यह रहा कि कैदी की हथकड़ी रहस्यमय परिस्थिति में खुल गई थी। कैदी के फरार हो जाने की जानकारी होते ही प्रशासन में खलबली मच गई। कैदी कब और कैसे फरार हो गया इसकी भनक तक पुलिस कर्मियों को नहीं लग सकी। अब उसकी खोजबीन में अधिकारी अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में लगी हुई है। दरअसल, चोपन थाना के नवतोलिया गांव निवासी रामविचारे का पुत्र लल्लू केवट हत्या के आरोप में रार्बट्सगंज के गुरुमा जिला जेल में बंद था। पिछले कुछ माह से उसकी तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। चिकित्सकीय जांच में पता चला कि वह टीबी रोग से ग्रसित है। बीते 21 अक्टूबर को उसे रामनगर के लालबहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस पर निगाह रखने के लिए चार सिपाहियों की दो शिफ्ट में तैनाती की गई थी। रात की शिफ्ट में राजेश व विकास मिश्रा को लगाया गया था।
हत्या का आरोप होने के कारण उसके हाथ में हथकड़ी भी लगाई गई थी। अस्पताल में उसका उपचार कड़ी निगरानी में किया जा रहा था। रविवार की रात अचानक उसके हाथ की हथकड़ी खुल गई और मौका पाकर लल्लू फरार हो गया। जब उसके फरार हो जाने की जानकारी मिली तो सोनभद्र सहित वाराणसी जनपद में खलबली मच गई। जानकारी होते ही पुलिस के उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए और वाराणसी, चंदौली जिले में उसकी खोजबीन करने में लग गए। सवाल यह उठने लगा कि आखिर कैदी की हथकड़ी कैसे खुल गई। जबकि चाबी सिपाहियों के पास थी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो दोनों सिपाही मोबाइल देखने में मशगूल थे। चर्चा यह भी रही कि कैदी भागने के लिए अस्पताल में आने के बाद ही योजना बनाने में लग गया था। कड़ी सुरक्षा के बीच कैदी के फरार होने में कुछ लोगों ने उसका साथ भी जरुर दिया होगा। बहरहाल मामला जो भी हो, लेकिन हत्यारोपित कैदी के फरार हो जाने को लेकर पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है।