प्रदेश में 62 अपराधियों को किया गया चिह्नित, ढाई हजार करोड़ की संपत्ति हुई जब्त,दो को फांसी, 41 को सजा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में माफियाओं के आर्थिक साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने के लिए एंटी माफिया टास्क फोर्स गठित की गई है। एंटी माफिया टास्क फोर्स ने अब तक 62 अपराधियों को चिह्नित कर ढाई हजार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। 62 अपराधियों में से 41 को अभियान चलाकर सजा भी दिलाई गई है। 9 की मुठभेड़ में मौत भी हुई है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि एंटी माफिया टास्क फोर्स का गठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किया गया था। उन्होंने बताया कि इसका परिणाम यह हुआ कि अब तक 21 मुकदमों में 12 माफिया और उनके 29 सहयोगियों को सजा दिलाई जा चुकी है। इनमें दो अपराधियों को मृत्युदंड की सजा भी शामिल है।
अब तक चिह्नित किए गए अपराधियों की 2524 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है या ध्वस्त की गई है। 70 अपराधियों को जिला बदर, 24 की जमानत निरस्तीकरण और 311 की हिस्ट्रीशीट खोली गई। जबकि 318 के शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक मुख्तार अंसारी से जुड़े सात मामलों में चार्ज फ्रेमिंग की कार्रवाई की गई है। इसके अलावा आकाश जाट, कुंतू सिंह, मुनीर, योगेश भदौड़ा, सुंदर भाटी, अमित कसाना, एजाज, अजीत सिंह, विजय मिश्रा, अनिल दुजाना से संबंधित अपराधियों को अलग-अलग मामलों में दंडित कराया गया है।