माँ ने AC बंद करने के लिए कहा तो शराबी बेटे ने पीट पीटकर मार डाला
नई दिल्ली के उत्तरी जिले के सब्जी मंडी इलाके में मंगलवार सुबह एक युवक ने अपनी मां की डंडे से पीट पीटकर हत्या कर दी। वारदात के की सूचना के बाद पुलिस ने आरोपित दीपक को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में पता चला है कि मां ने एसी बंद कर दिया था, जिससे आरोपित नाराज हो गया था। दीपक अपनी 58 वर्षीय मां इंदू देवी के साथ शोरा कोठी स्थित मकान में रहता था। हरिद्वार स्थित गुरुकुल से 12 वीं की पढ़ाई करने के बाद उसकी संगत खराब हो गई और वह शराब का आदी हो गया। इसके बाद वह अपने घर रहने लगा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दीपक बचपन से क्रोधी स्वभाव का था। वह लोगों की पिटाई करता था और रोते हुए देखकर खुश होता था। वह अपने बड़े भाई और दो बहनों की भी पिटाई करता था। दीपक ने कुछ वर्ष पहले प्रेम विवाह किया था।
लेकिन पिटाई से परेशान होकर उसकी पत्नी ने घर छोड़ दिया था। दीपक को विलासितापूर्ण जीवन जीने की ख्वाहिश थी। उसने बुराडी स्थित जमीन को बेचकर कार और बड़ी स्क्रीन वाली टीवी खरीदी थी। अब वह मकान बेचना चाहता था जिसे इंदू देवी ने विरोध किया। इस बात पर भी उसने अपनी मां की पिटाई की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात को शराब पीकर उसने मां को बुरी तरह से पीटा। इस बीच नांगलोई स्थित ससुराल में रहने वाली बहन चारू देवी ने वीडियो काल पर बात की। इस पर इंदू देवी ने बेटी से पिटाई की शिकायत की। फोन कटने के बाद दीपक शिकायत से बेहद नाराज था। रात करीब एक बजे मां ने एसी बंद करने को कहा तो दीपक नाराज हो गया। उसने टीवी की आवाज तेज कर अपनी मां की जमकर पिटाई की इससे उनकी मौत हो गई,फिर शव को दूसरे कमरे में घसीट कर रख दिया। तभी रात को चारू ने दीपक को वीडियो काल की तो उसने अपनी मां को जमीन पर गिरा हुआ पाया। उसने स्क्रीन शाट ले लिया। उधर, दीपक शराब पीने के बाद मां के शव के बगल में सो गया।
सुबह दीपक की दोनों बहनें पहुंचीं और पुलिस को सूचना दी। इस बीच दीपक मौका देखकर घटनास्थल से फरार हो गया था। उधर, सूचना मिलने पर एसएचओ राम मनोहर मिश्रा की टीम ने आरोपित को इलाके से गिरफ्तार कर लिया। शराब के नशे में दीपक अपनी मां की अक्सर पिटाई करता था, लेकिन इंदू देवी कभी किसी को पता चलने नहीं देती थी कि बेटा उनकी पिटाई करता है। उसकी हर गलतियों को छिपाने वाली मां अब उसका शिकार हो रही थीं, लेकिन पड़ोसियों और बहनों के कहने के बाद भी उन्होंने कभी पुलिस को कॉल नहीं किया। बताया जा रहा है कि 22 जुलाई को बेटे की पिटाई से बचने के लिए वह मकान के पहली मंजिल से कूद भी गई थीं, लेकिन बाल बाल बच गईं।