अधिवक्ता के इकलौते बेटे का 23 दिन बाद घर आया शव, दुबई में केमिकल से जलाकर की गई थी हत्या और फिर रेत में दफनाया
मुरादाबाद। शहर की देवविहार कालोनी के कर अधिवक्ता रामसरन तिवारी के इकलौते बेटे अश्वनी तिवारी की दुबई में हत्या कर दी गई। 23 दिन बाद शव शुक्रवार को लाया गया है। अश्वनी वहां रियल एस्टेट की वेस्ट गेट कंपनी में नौकरी करता था। फ्लैट के किराये को लेकर विवाद होने पर पांच लोगों ने उसकी केमिकल से जलाकर हत्या कर दी। शव सौ किलोमीटर दूर ले जाकर रेत में दबा दिया। आरोपित आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र के हैं। इनमें एक को दुबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चार आरोपित भागकर भारत गया है। भारत के विदेश मंत्री के हस्तक्षेप के बाद शव यहां लाया जाया सका है। अश्वनी सितंबर में मुरादाबाद आए थे। एक सप्ताह रुककर दुबई लौट गए। नौ अक्टूबर को बहन श्रंगारिका ने उन्हें फोन किया। काल रिसीव नहीं हुई। उन्होंने समझा भाई किसी काम में व्यस्त होगा। दो दिन बाद भी काल रिसीव नहीं होने पर उन्होंने कंपनी को फोन किया। पता चला, अश्वनी लापता हैं। इसके बाद श्रंगारिका अपने पति लव शर्मा के साथ 12 अक्टूबर को दुबई चली गईं। वहां उन्होंने कंपनी के अधिकारियों के साथ पुलिस से संपर्क किया।
जांच के दौरान पता चला कि अश्वनी नौ अक्टूबर को एक फ्लैट का किराया लेने गए थे। वहां से बाहर नहीं आए। उनकी कंपनी फ्लैट किराये पर देती है। दुबई पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। जिसके बाद उनके शव को दुबई से सौ किलो मीटर दूर शारजहां के रेगिस्तान से बरामद कर लिया। दुबई पुलिस हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर जांच कर रही है। वहीं, कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद बहन-बहनोई अश्वनी का शव लेकर शुक्रवार को देव विहार घर आए। अधिवक्ता के भतीजे अमित तिवारी ने बताया कि चार साल से उनका चचेरा भाई अश्वनी दुबई के अलवर्षा अपार्टमेंट में रहता थे। माता-पिता और बहन उनका चेहरा नहीं देख पाए। शव पूरी तरह से गल चुका है।