सात साल के मासूम बच्चे का अपहरण करने के बाद 15 लाख की मांगी फिरौती न मिलने पर कर दी हत्या
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बदमाश ने नौकर बनकर किसान के सात वर्षीय बच्चे की अपहरण करने के बाद हत्या कर दी। फिर 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी। बदमाश को स्वाट और अरनिया थाना पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया है। अपहरणकर्ता की पत्नी की निशानदेही पर पुलिस ने अलीगढ़ के जंगल से शव बरामद कर लिया है। पुलिस ने अपहरणकर्ता की पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
15 जून को किया गया था अपहरण…
अरनिया थाना क्षेत्र के गांव जहानपुर निवासी किसान राजेश चौहान के सात वर्षीय बेटे चिराग का बीते 15 जून को नौकर ने अपहरण कर लिया। पुलिस अपहरणकर्ता की तलाश में जुटी थी। सोमवार की सुबह अलीगढ़-गाजियाबाद हाईवे स्थित इसनपुर गांव के पास पुलिस और स्वाट टीम ने घेराबंदी कर दी। मुठभेड़ के दौरान बाइक सवार अपहरणकर्ता पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया।
अपहरण के दो घंटे बाद की हत्या…
पूछताछ में अपहरणकर्ता ने अपना नाम अरुणचंद उर्फ आलोक जाटव पुत्र रामचंद निवासी ग्राम सियाखास थाना जवां जनपद अलीगढ़ बताया। अरुणचंद ने बताया कि अपहरण के दो घंटे बाद ही उसने बच्चे की हत्या कर दी थी और शव जनपद अलीगढ़ के थाना चंदौस क्षेत्र के गांव कसेरू के जंगल में ज्वार के खेत में दफना दिया था। पुलिस ने अपहरणकर्ता की पत्नी रजनी को उसके घर से हिरासत में लिया और उसकी निशानदेही पर चिराग का शव ज्वार के खेत से बरामद कर लिया। शव से करीब 30 मीटर दूर बच्चे का एक पैर और चप्पल भी पुलिस को बरामद हुए। आशंका जताई जा रही है कि जंगली जानवर ने शव को नोंचा और पैर उठाकर दूर ले गए।
नौकर बनकर घर में करने लगा था काम…
पीड़ित पिता राजेश चौहान ने बताया कि अरुणचंद तीन जून को उनके घर आया था और खुद को भूखा और लाचार बताया और खाना खाकर उनके घर में घरेलू काम करने लगा। 15 जून की दोपहर अरुण चंद ने उनका मोबाइल लिया और बाइक में पेट्रोल भराने की बात कहकर बेटे चिराग को अपने साथ ले गया था। 17 जून की दोपहर उनके ही मोबाइल से अरुणचंद ने उनके अन्य फोन पर 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी। 18 जून की शाम को फिरौती देने का वादा हुआ, लेकिन इससे पूर्व ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
74 लाख रुपये के मुआवजे पर थी बदमाश की नजर…
बताया कि चिराग तीन भाई बहनों में इकलौता भाई था और कांवेंट पब्लिक स्कूल में कक्षा एक की परीक्षा दी थी। चिराग नौकर अरुणचंद से काफी घुल-मिल गया था। बता दें कि राजेश चौहान को जमीन का 74 लाख रुपये मुआवजा मिला है। जिस पर अरुण की नजर थी और फिरौती के लिए चिराग के अपहरण की वारदात को अंजाम दिया।
पहले भी ऐसी घटना को अंजाम दे चुका है बदमाश…
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में अपहरणकर्ता गोली लगने से घायल हो गया है। अपहरण के दो घंटे बाद ही बच्चे की हत्या कर शव अलीगढ़ के चंदौस क्षेत्र में दफना दिया था। अपहरण फिरौती के लिए किया गया था। अपहरणकर्ता सनकी किस्म का व्यक्ति है और साल-2016 में भी आरोपित ने छतारी क्षेत्र में ऐसी ही घटना को अंजाम दिया था, जिसमें इसे आजीवन कारावास हुआ था, लेकिन वादी से साठगांठ कर हाइकोर्ट में इसकी सजा निरस्त कर दी गई थी।