अमेठी हत्याकांड के आरोपी की पुलिस से मुठभेड़: मुठभेड़ में चली गोली से आरोपी के दाहिने पैर में लगी गोली, अस्पताल में कराया गया भर्ती
अमेठी हत्याकांड के आरोपी चंदन वर्मा के पैर में पुलिस ने गोली मार दी है। पुलिस चंदन को हत्या में इस्तेमाल पिस्टल को बरामद करने के लिए घटनास्थल पर ले गई थी। इसी दौरान उसने उप निरीक्षक मदन वर्मा से पिस्तौल छीन ली। फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसे गोली मार दी। गोली लगते ही गिर गया उसे जिला है अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आरोपी ने गुरुवार शाम टीचर सुनील,उसकी पत्नी और दो बेटियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
वारदात को टीचर के घर में ही अंजाम दिया गया। इसके बाद आरोपी ने सुसाइड करने की कोशिश की थी। खुद पर गोली चलाई लेकिन मिस हो गई। वह डर गया और दोबारा गोली नहीं चल सका। तब वह फरार हो गया था। उसका टीचर की पत्नी से डेढ़ साल से संबंध था। गुरुवार को वह टीचर के घर आया था। उसने टीचर को तीन पत्नी को दो और बच्चियों को एक एक गोली मारी। शुक्रवार रात 11:00 बजे अमेठी के एसपी अनूप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने आरोपी चंदन वर्मा को मीडिया के सामने पेश किया।कहा चंदन को गौतमबुद्धनगर जिले में जेवर टोल प्लाजा से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपी के पास से पिस्तौल बुलेट बरामद की
एसपी हरेंद्र कुमार ने कहा 3 अक्टूबर को चार व्यक्तियों को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, इसके मुख्य आरोपी को 4 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गोली लगी है। आरोपी को इलाज के लिए भेजा गया है। उसके पास से पिस्तौल बुलेट और एक कारतूस बरामद की गई है। अमेठी के एसपी अनूप सिंह ने शुक्रवार की रात 11:00 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की उन्होंने कहा हत्याकांड खुलासे के लिए पांच टीमें लगाई गई थी। गौतम बुद्ध नगर एसटीएफ ने जेवर टोल प्लाजा के पास से आरोपी चंदन वर्मा को गिरफ्तार किया।
चंदन का टीचर सुनील की पत्नी से डेढ़ साल से संबंध था। मौके पर जो बुलेट बरामद हुए थे, वह एक ही पिस्टल से चलाए गए थे। पिस्टल से 10 गोलियां चलाई गई थी। चंदन खुद को भी गोली मारने वाला था लेकिन गोली मिस हो गई।दोबारा डर के मारे गोली नहीं चल सका और भाग गया। घटना के दौरान आरोपी के सामने जो भी आता गया उसे गोली मारता गया। आरोपी चंदन टीचर के घर पहली बार ही आया था।मकान में आरोपी आगे के रास्ते से घुसा था। पीछे के रास्ते से निकला।आरोपी प्रयागराज से होते हुए अलग-अलग साधनों से जेवर टोल प्लाजा तक गया।