एसडीएम सदर उदय भान सिंह का एक कारनामा और हुआ उजागर
पत्रावली का पता नहीं फिर भी लग रही है, तारीख पर तारीख। फिल्म दामिनी की भाँति मिलती है तो सिर्फ तारीख…!!!
प्रतापगढ़। कचेहरी सहित सदर तहसील में कल कंडोलेंस था। लिहाजा कल कुछ मुकदमों में तारीख पेशी आज की दी गई। वजह एसडीएम सदर उदय भान सिंह का पर्सनल इंट्रेस्ट। जबकि एसडीएम सदर महोदय को आज की तारीख तय करते समय इस बात की जानकारी थी कि आज तहसील सदर में बार एसोसिएशन पुरातन सदर प्रतापगढ़ का चुनाव होगा। ऐसे में सदर तहसील में आज के दिन न्यायिक कार्य नहीं हो सकेगा। फिर आज की तारीख तय करना सिर्फ वादकारियों के समय और धन को नष्ट करना ही एक मात्र उद्देश्य था।
एसडीएम सदर उदय भान सिंह की काली करतूतों को जिलाधिकारी प्रतापगढ़ संजीव रंजन जी संज्ञान में नहीं ले रहे हैं अथवा सबकुछ जानते व समझते हुए सदर तहसील में हिटलरशाही करने की छूट दे रखा है। क्योंकि जब नाक के नीचे सदर तहसील की मॉनिटरिंग जिलाधिकारी महोदय नहीं कर पा रहे हैं तो शेष चार तहसील जो जिला मुख्यालय से काफी दूर हैं, उनकी मॉनिटरिंग जिलाधिकारी महोदय कैसे करते होंगे ? यक्ष प्रश्न है कि एक एसडीएम की मॉनिटरिंग करने के लिए जिलाधिकारी के अलावा एडीएम और सीआरओ भी होते हैं। मण्डल स्तर पर मंडलायुक्त महोदय होते हैं। फिर भी सदर एसडीएम सदर उदय भान सिंह की तानाशाही कम नहीं हो रही है। जो तारीख आज लगी थी, उसमें अगली तारीख कल यानि 14 फरवरी को तय की गई है। है न विचारणीय विषय।