भाजपा जिलाध्यक्ष पद की रेस में निराश हुए कई राजनीतिक सूरमा, भरोसे पर लगी मुहर, आशीष श्रीवास्तव को फिर मिली प्रतापगढ़ की कमान…

प्रतापगढ़। बेल्हा की सियासत में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर विश्वास और पार्टी के प्रति निष्ठा रखने वाले आशीष श्रीवास्तव को जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी नेतृत्व ने उनके पिछले कार्यकाल को सराहते हुए उन्हें दोबारा यह अवसर दिया है। आशीष श्रीवास्तव की पुनर्नियुक्ति से कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह फैसला पार्टी की सांगठनिक मजबूती और आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर लिया गया है।
किसी भी राजनीतिक दल का जिलाध्यक्ष पद बहुत ही जिम्मेदारी का होता है। पूरे संगठन की जिम्मेदारी उसी के कंधे पर होती है। संगठन विस्तार से लेकर चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारी तय कराने से लेकर चुनाव में पार्टी की विजय का डंका बनवाने की जिम्मेदारी भी जिलाध्यक्ष की होती है। जब चुनाव होते हैं तब पार्टी में जिलाध्यक्ष का दायित्व बढ़ जाता है और उसी से उम्मीदवारी तय करने के लिए पैनल में नाम प्रस्तावित करने के लिए कहा जाता है। इसी कार्य के लिए सत्ताधारी दल का जिलाध्यक्ष उम्मीदवारों से धन कमा लेता है। पूर्व के जिलाध्यक्ष पर करोंड़ो रूपये कमाने का आरोप लगा था।
फ़िलहाल आशीष श्रीवास्तव पर ऐसे आरोप नहीं लगे। तभी उन्हें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व दूसरी बार भरोसा करते हुए जिले की कमान सौंपी है। अब देखना होगा कि आगामी विधान सभा चुनाव में भाजपा जिलाध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव पार्टी कार्यकर्ताओं में सामजस्य स्थापित कर जिले की सातों विधानसभाओं में कितनी सीट जिताकर पार्टी के भरोसे को कायम रखते हैं। साल-2022 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा सिर्फ एक सीट बचा पाई थी और एक सीट गठबंधन का उम्मीदवार जीत सका था। दो महत्वपूर्ण सीट पट्टी और रानीगंज भाजपा के हाथ से निकल गई थी जो पार्टी के लिए बड़ी हानि थी।
जिलाध्यक्ष के रूप में आशीष श्रीवास्तव पर कोई आरोप नहीं लगे। उनकी साफ़ सुथरी छवि ही उन्हें दूसरी बार इस पद को हासिल करने में सहायक सिद्ध रही। हालांकि आशीष श्रीवास्तव के साथ रहने वाले उनके अभिन्न साथी भी जिलाध्यक्ष बनने की उम्मीद पाल रखे थे। यह बात आशीष श्रीवास्तव को पता थी, फिर भी वह बहुत ही शालीनता से अपना काम करते रहे और उनकी इसी कार्य प्रणाली को देखते हुए उन पर दूसरी बार भरोसा जताया है। पार्टी की तरफ से आशीष श्रीवास्तव को दोबारा सौंपी गई यह कमान प्रतापगढ़ में भाजपा की जड़ों को और मजबूत करेगी। साथ ही राजनीति के इस खेल में आने वाले दिनों में कई दिलचस्प मोड़ देखने को मिल सकते हैं।