कौन करता था हथियारों की सप्लाई मुख्तार और अतीक का कनेक्शन तलाश रही है एटीएस
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से गिरफ्तार अवैध हथियार के सप्लायरों का माफिया सरगना मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के गिरोहों से ‘कनेक्शन’ होने की आशंका है। एटीएस की टीमें इन सप्लायरों के संपर्कों को खंगालने और उसकी जांच करने में जुटी हैं। इस गिरोह में अन्य सदस्यों के भी सक्रिय होने की सूचना है, उनकी भी तलाश चल रही है। एटीएस ने शनिवार को आजमगढ़ से अवैध हथियारों के दो सप्लायरों रामशब्द यादव और संजय यादव को 0.32 बोर की दस पिस्टल, 20 मैगजीन व दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था। ये हथियार मध्य प्रदेश से लाए गए थे। यह धंधा आजमगढ़ और उसके आसपास के जिलों में फैला है। पुलिस को पता है कि मुख्तार और अतीक गैंग भी आजमगढ़ के आसपास के जिलों में ज्यादा सक्रिय है। मुख्तार गिरोह के पॉवर सेंटर मऊ-गाजीपुर और अतीक गैंग के पॉवर सेंटर प्रयागराज की आजमगढ़ से ज्यादा दूरी नहीं है।
हथियार सप्लायर रामशब्द यादव आजमगढ़ के जीयनपुर थाना क्षेत्र स्थित रसीदाबाद गांव का रहने वाला है। वह जीयनपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। आजमगढ़ व मऊ के थानों को मिला कर उसके विरुद्ध 31 मुकदमे दर्ज हैं। ऐसे में एटीएस की आशंका और भी ज्यादा बलवती हो जाती है। एटीएस को यह सूचना भी मिली है कि रामशब्द का बेटा कमलेश यादव भी इसी धंधे में लगा हुआ है। उसके गिरोह में कई अन्य की सक्रियता के भी साक्ष्य मिले हैं, जो हथियारों की खरीद-बिक्री में सहयोगी होते हैं। एटीएस उनकी भी तलाश में लगी है। साथ ही उन स्थानों का भी पता लगाया जा रहा है, जहां से ये हथियार लाए जा रहे थे। गिरफ्तार अभियुक्तों से यह पता लगाने की भी कोशिश हो रही है कि अब तक किसे-किसे हथियार बेचे गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।