माघ पूर्णिमा स्नान से पहले सीएम योगी का बड़ा फैसला, इस पुलिस अधिकारी को प्रयागराज में रहने के दिए निर्देश
प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के स्नान से पहले ही तमाम व्यवस्थाएं चरमराने लगी है। जिसे देखते हुए सीएम योगी ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को अमिताभ यश को प्रयागराज रवाना कर दिया है। उन्हें माघी पूर्णिमा स्नान तक उन्हें प्रयागराज में ही रहने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। पांचवें अमृत स्नान से पहले जिस तरह कुंभ नगरी में भारी संख्या में भीड़ उमड़ रही है उसे देखते हुए सीएम योगी ने तमाम बड़े अधिकारियों के साथ बैठक की और देर शाम को ही अमिताभ यश को विशेष विमान ने प्रयागराज रवाना कर दिया।
12 फरवरी बुधवार को महाकुंभ में माघी पूर्णिया का पांचवां अमृत स्नान है। जिसके लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं का सैलाब कुंभ की ओर उमड़ पड़ा है। जिसे संभालने में प्रशासन के हाथ पैर अभी से फूलने लगे हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश के अलावा 52 नए आईएएस, आईपीएस और पीसी अफसरों को भेजा गया है। ये अफसर माघी पूर्णिमा स्नान तक प्रयागराज में ही कैंप करेंगे और श्रद्धालुओं के सुरक्षित स्नान की व्यवस्था देखेंगे।
एडीजी अमिताभ यश ने संभाली कमान…
सीएम योगी के निर्देश पर एडीजी अमिताभ यश ने सोमवार से ही प्रयागराज में तमाम व्यवस्था की कमान संभाल ली है, जिसके बाद कई जगह के ट्रैफिक डायवर्जन भी किए गए हैं। मेला क्षेत्र प्रशासन ने आज से ही पूरे प्रयागराज क्षेत्र को नो व्हीकल ज़ोन घोषित कर दिया है। महाकुंभ में चारों दिशाओं से आने वाली भीड़ को देखते हुए शहर के बाहर ही 36 जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था बनाई गई है, जिसके बाद श्रद्धालु पैदल अलग-अलग रास्तों से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकेंगे।
मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ की घटना के बाद से सीएम योगी अब महाकुंभ को लेकर किसी तरह की लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है। माघी पूर्णिमा स्नान से पहले शनिवार और रविवार को जिस तरह से श्रद्धालुओं की भीड़ महाकुंभ में उमड़ रही है उसे देखते हुए सरकार पहले सी सतर्क हो गई है। महाकुंभ की ओर आने वाले सभी मार्गों पर कई किमी तक लंबा जाम लग गया। लोगों को कई घंटों तक जाम में फंसना पड़ा जिसके चलते काफी अव्यवस्था देखी गई। सीएम योगी ने अधिकारियों के उचित प्रबंध नहीं होने पर भी फटकार लगाई है। तमाम स्थितियों को देखते हुए प्रशासन माघी पूर्णिमा पर सुचारू व्यवस्था बनाए रखने के लिए अभी से सतर्कता बरत रहा है।