कपड़ा कारोबारी के बेटे की हत्या से पहले कुशाग्र को दिया गया था नशीला पदार्थ, CCTV फुटेज से हुआ खुलासा
कानपुर। हत्या से पहले क्या कुशाग्र को कोई नशीला पदार्थ दिया गया था। यह आशंका एक बार फिर उठी है, क्योंकि पुलिस ने हत्याकांड से संबंधित सीसीटीवी फुटेज को जब बड़ी स्क्रीन पर देखा तो एक जगह हाथापाई जैसा दृश्य नजर आया। फुटेज से लग रहा है कि कुशाग्र ने बचने की भरपूर कोशिश की। हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि उसने संघर्ष किया तो आखिर चिल्लाया क्यों नहीं। उसके पास शोर मचाने का पूरा मौका था, मगर उसने ऐसा नहीं किया। ऐसे में यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसने प्रतिरोध तो किया, लेकिन होशोहवास में न होने की वजह से चिल्ला न सका। प्रभात ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा है कि जब कुशाग्र ने विरोध किया तो उसने उसे गिरा दिया और रस्सी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
30 अक्टूबर को हुई थी हत्या…
ओमपुरवा निवासी प्रभात शुक्ला ने रायपुरवा थाना क्षेत्र के आचार्य नगर निवासी कारोबारी मनीष कनोडिया के 17 वर्षीय बेटे कुशाग्र को धोखे से अपने घर बुलाकर 30 अक्टूबर को हत्या कर दी थी। दूसरे दिन उसका शव प्रभात के घर के बाहर बने कोठरीनुमा कमरे में मिला था। साजिश में प्रभात की प्रेमिका रचिता वत्स और दोस्त शिवा गुप्ता भी शामिल था। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में प्रभात ने 30 लाख रुपये की खातिर हत्या की बात कबूली थी। तीनों हत्यारोपितों को रविवार को 72 घंटे की पुलिस रिमांड पर लिया गया है। रिमांड में मुख्य हत्यारोपित प्रभात ने पुलिस को घटनाक्रम से जुड़ी जानकारी सिलसिलेवार दी है। एक सवाल अब तक अनुत्तरित है कि एक जैसी कदकाठी होने के बावजूद प्रभात ने आसानी से कुशाग्र को काबू कैसे किया होगा। इन सवालों के बीच पुलिस यह विचार कर रही है कि क्या कुशाग्र को कोई नशीला पदार्थ दिया गया था।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा दोनों में हो रही थी हाथापाई…
हाते में लगे सीसी कैमरों की फुटेज के अनुसार कुशाग्र और प्रभात वहां दोपहर बाद 4:32 बजे जाते दिखे। प्रभात ने कमरे का दरवाजा बंद किया। पांच मिनट बाद दरवाजा खुला। फुटेज को बड़ी स्क्रीन पर देखा गया तो सामने आया कि दोनों के बीच हाथापाई हो रही थी। उसी समय बगल वाले परिवार का युवक बाहर खड़ा था। कोठरी से युवक के खड़े होने की दूरी 10 फीट होगी। युवक ने पुलिस को बताया कि उसने कोई शोर नहीं सुना। यानी कुशाग्र मदद के लिए नहीं चिल्लाया। पुलिस आशंका जता रही है कि ऐसा तभी हो सकता है, जब कुशाग्र अपने होश में न हो। जीवन संकट में देखकर उसने पूरी क्षमता से प्रतिरोध करने की कोशिश तो की होगी, लेकिन वह सफल नहीं हो सका।
मुकदमे में बढ़ेंगी धाराएं और आरोपितों की मुश्किलें…
कुशाग्र के हत्यारोपितों के खिलाफ पुलिस धाराएं बढ़ाने की तैयारी कर रही है। अब तक अपहरण और हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज है। फिरौती पत्र में अल्लाह-ओ-अकबर लिखकर मामले को सांप्रदायिक बनाने की वजह से आइपीसी की धारा 153ए के अलावा स्कूटी के नंबर में छेड़छाड़ की धारा बढ़ सकती है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने इस मामले में हत्यारोपितों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है।